कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को कहा कि कोरोना संकट देश में धर्म, जाति और वर्ग आधारित मतभेदों को भुलाकर एकजुट होने का मौका है। उन्होंने यह भी कहा कि देश एकजुट होकर इस महामारी को पराजित करेगा।
गांधी ने ट्वीट किया, ''कोरोना संकट भारत के लिए एक ऐसा मौका है जिसमें लोग अपने धर्म, जाति एवं वर्ग के मतभेदों को पीछे छोड़कर एकजुट हों और इस खतरनाक वायरस को पराजित करें।"
#Covid19 के इस कठिन समय में हमें आपसी भाईचारे,हमदर्दी और इंसानियत की क़ीमत कहीं ज़्यादा समझ आती है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 6, 2020
धर्म-सम्प्रदाय,जात-पात, ग़रीब-अमीर के अंतर को भुलाकर एकजुट होकर इससे लड़ने का ये अच्छा मौक़ा है।
भारत की आत्मा एक है,अखंड है।एकता के आत्मबल से हम इस महामारी पर विजय पा सकते हैं! pic.twitter.com/cF3w35gEXy
उन्होंने कहा, '' करुणा, संवेदना और त्याग इस सोच की बुनियाद हैं। हम साथ मिलकर इस लड़ाई को जीतेंगे।"
उधर, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सरकार से एक बार फिर सरकार से आग्रह किया कि कोरोना की व्यापक स्तर पर जांच की जाए। उन्होंने ट्वीट किया, ''कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने का एकमात्र रास्ता ज्यादा से ज्यादा जांच है। तभी हम संक्रमित व्यक्ति का उपचार कर सकते हैं।"
कोरोना वाइरस के संक्रमण को रोकने का एकमात्र रास्ता ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग है। तभी हम संक्रमित व्यक्ति का ट्रीटमेंट कर सकते हैं।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) April 6, 2020
ज्यादा से ज्यादा टेस्ट करो, ट्रीट करो-यही हमारा मंत्र होना चाहिए।
आप सबसे मेरी गुज़ारिश है-ज्यादा टेस्टिंग के लिए आवाज उठाइए।#TestMoreSaveIndia pic.twitter.com/r8NoZZV6Xu
प्रियंका ने कहा, ''ज्यादा से ज्यादा जांच करो, फिर उपचार करो-यही हमारा मंत्र होना चाहिए। आप सबसे मेरी गुज़ारिश है कि ज्यादा जांच के लिए आवाज उठाइए।''
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.