बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स बृहस्पतिवार को 1,265 अंक उछलकर 31,159.62 अंक पर बंद हुआ। कोरोना वायरस महामारी और उसकी रोकथाम के लिये लगाये गये 'लॉकडाउन' (बंद) के प्रभाव से निपटने के लिये दूसरे प्रोत्साहन पैकेज की उम्मीद के बीच वाहन, वित्तीय और आईटी कंपनियों के शेयरों में लिवाली से यह तेजी आयी।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स एक समय 31,225.20 अंक के उच्च स्तर तक चला गया। लेकिन बाद में इसमें कुछ गिरावट आयी और यह पिछले बंद के मुकाबले 1,265.66 अंक यानी 4.23 प्रतिशत की बढ़त के साथ 31,159.62 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 363.15 अंक यानी 4.15 प्रतिशत की बढ़त के साथ 9,111.90 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक लाभ में महिंद्रा एंड महिंद्रा रही। कंपनी का शेयर 16 प्रतिशत से अधिक मजबूत हुआ। उसके बाद मारुति, टाइटन, बजाज फाइनेंस, एचडीएफसी, बजाज ऑटो और हीरो मोटो कार्प का स्थान रहा। वहीं दूसरी तरफ एचयूएल, टेक महिंद्रा, इंडसइंड बैंक और नेस्ले में गिरावट दर्ज की गयी।
आनंद राठी के इक्विटी शोध प्रमुख नरेंद्र सोलंकी ने कहा, ''भारतीय बाजारों में सकारात्मक रुख रहा। एशिया के अन्य बाजारों में तेजी का असर घरेलू बाजारों पर भी पड़ा। कोरोना वायरस के फैलने की गति हल्की होने के बाद नीति निर्माताओं ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को फिर से खोलने जाने की प्रक्रिया पर चर्चा की जिसका असर दुनिया भर के शेयर बाजारों पर पड़ा है।''
उन्होंने कहा कि करीब एक लाख करोड़ रुपये के दूसरे प्रोत्साहन पैकेज और लुघ एवं मझोले उद्यमों की मदद पर जोर दिये जाने की उम्मीद से दोपहर के कारोबार में बाजार में चौतरफा लिवाली हुई और तेजी का रुख बन गया।
बैंक ऑफ अमेरिका सिक्योरिटीज की रिपोर्ट के अनुसार केंद्र मौजूदा परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुये एक और वित्तीय प्रोत्साहन की घोषणा कर सकता है। यह पिछले महीने घोषित 1.70 लाख करोड़ रुपये के पैकेज के समान हो सकता है।
एशिया के अन्य बाजारों में चीन में शंघाई, हांगकांग और सोल में सकारात्मक रुख जबकि जापान के तोक्यो बाजार में गिरावट रही। वहीं यूरोप के प्रमुख बाजारों में शरूआती कारोबार में तेजी रही। इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट कूड वायदा की कीमत 4.2 प्रतिशत बढ़कर 34.16 डॉलर प्रति बैरल रही।
इस बीच, स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार देश में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या बढ़कर 5,700 तक पहुंच गयी है जबकि 160 लोगों की मौत हुई है। वैश्विक स्तर पर इससे 14.8 लाख लोग संक्रमित हुए हैं जबकि 88,000 लोगों की मौत हुई है।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.