दिल्ली में हिंसा की घटनाओं के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को लोगों से शांति एवं भाईचारा बनाये रखने की अपील की। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में वर्तमान स्थिति की गहन समीक्षा की है। दिल्ली हिंसा में अब तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है। मोदी ने यह भी कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि जल्दी शांति एवं सामान्य स्थिति बहाल हो।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, "दिल्ली के विभिन्न इलाकों के हालात की गहन समीक्षा की है... पुलिस तथा अन्य एजेंसियां शांति तथा सामान्य माहौल सुनिश्चित करने के लिए लगातार ज़मीन पर काम कर रही हैं... शांति तथा सौहार्द हमारे चरित्र का केंद्र हैं... मैं दिल्ली में रहने वाले अपने भाइयों-बहनों से हर वक्त शांति और भाईचारा बनाए रखने की अपील करता हूं... शांति का बहाल होना और जल्द से जल्द सामान्य माहौल की वापसी बेहद अहम है..."
गौरतलब है कि उत्तर पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का समर्थन करने वाले और विरोध करने वाले समूहों के बीच संघर्ष ने साम्प्रदायिक रंग ले लिया था। उपद्रवियों ने कई घरों, दुकानों तथा वाहनों में आग लगा दी और एक-दूसरे पर पथराव किया। इन घटनाओं में बुधवार तक कम से कम 20 लोगों की जान चली गई और करीब 200 लोग घायल हो गए।
राजधानी दिल्ली में हुई हिंसा की घटनाओं के बाद बुधवार 26 फरवरी को उत्तर-पूर्व दिल्ली के कई हिस्सों में एहतियात के तौर पर धारा 144 लागू कर दी गई है। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने कथित तौर पर इस बात की पुष्टि की कि मंगलवार रात हुई आगजनी और तनाव की घटनाओं के बाद निषेधाज्ञा को जारी रखने का फैसला लिया गया है।
इसके अलावा राष्ट्रीय राजधानी में कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति से चिंतित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल को दंगा प्रभावित उत्तर पूर्वी दिल्ली में हालात सामान्य बनाने के निर्देश दिए हैं। अधिकारियों ने बुधवार को इस बारे में बताया।
अधिकारियों ने बताया कि जिम्मेदारी मिलने के तुरंत बाद डोभाल ने दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक और नव नियुक्त विशेष आयुक्त एस एन श्रीवास्तव तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ देर रात में दौरा किया। उन्होंने जाफराबाद और सीलमपुर सहित उत्तर-पूर्वी दिल्ली के प्रभावित इलाकों का दौरा किया। वहां पर उन्होंने पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की और जरूरी निर्देश दिए।
इसके अलावा माहौल शांत करने के लिए अलग-अलग समुदायों के नेताओं से भी भेंट की। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल ने दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद बुधवार को कहा कि उत्तर पूर्वी दिल्ली में हालात नियंत्रण में है। साथ ही उन्होंने बुधवार दोपहर कुछ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा भी किया।
उन्होंने स्थानीय लोगों से बातचीत की और इलाके में शांति सुनिश्चित करने के बारे में उन्हें आश्वस्त किया। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ''स्थिति नियंत्रण में है और लोग संतुष्ट हैं। हमें कानून लागू करने वाली एजेंसियों पर भरोसा है। पुलिस अपना काम कर रही है और सतर्क है।''
अधिकारियों ने बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दौरे के समय ही राष्ट्रीय राजधानी में भड़की हिंसा पर लगाम लगाने में नाकामी पर पटनायक के आलोचनाओं में घिरने के बाद माना जा रहा है कि डोभाल ने श्रीवास्तव को खुद चुना है। दिल्ली पुलिस केंद्रीय गृह मंत्रालय को रिपोर्ट करती है।
हिंसा प्रभावित इलाकों में जमीनी हालात का मुआयना करने के बाद डोभाल ने बुधवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली सुरक्षा पर मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीएस) को सांप्रदायिक दंगे के शिकार हुए इलाकों की स्थिति के बारे में अवगत कराया। उन्होंने सीसीएस को हिंसा को शांत करने और जल्द से जल्द हालात सामान्य बनाने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में बताया।
सीसीएस में प्रधानमंत्री के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस जयशंकर हैं। खुफिया ब्यूरो के पूर्व प्रमुख डोभाल (75) मुश्किल हालात से निपटने के लिए जाने जाते हैं। उन्हें प्रधानमंत्री का विश्वस्त भी माना जाता है।
(समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)