दिल्ली में प्याज के बाद अब बुधवार को टमाटर का खुदरा मूल्य 80 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गया. कर्नाटक सहित प्रमुख उत्पादक राज्यों में भारी बारिश की वजह से आपूर्ति प्रभावित हुई है, जिससे टमाटर का दाम भी ऊंचाई पर पहुंच गया है. हालांकि, पिछले सप्ताह की तुलना में प्याज की कीमत में मामूली कमी आई है. दिल्ली में प्याज अब 60 रुपये प्रति किलो पर चल रहा है.
व्यापारियों के अनुसार, पिछले कुछ दिनों में टमाटर महंगा हो गया है, क्योंकि इसकी आपूर्ति प्रभावित हुई है. मदर डेयरी के 'सफल' बिक्री केन्द्र पर टमाटर 58 रुपये प्रति किलो के दाम पर बेचा जा रहा है. वहीं स्थानीय दुकानदार गुणवत्ता तथा इलाके के हिसाब से टमाटर 60 से 80 रुपये किलो के भाव पर बेच रहे हैं.
केंद्र सरकार के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में टमाटर का औसत खुदरा मूल्य एक अक्टूबर के 45 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर बुधवार को 54 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया. आजादपुर मंडी के एक थोक व्यापारी ने कहा, 'पिछले कुछ दिनों में टमाटर के दाम तेजी से बढ़े हैं, क्योंकि प्रमुख उत्पादक राज्यों में बाढ़ और भारी बारिश के कारण आपूर्ति प्रभावित हुई है.'
उन्होंने कहा कि कर्नाटक और तेलंगाना जैसे दक्षिणी राज्यों और कुछ पहाड़ी राज्यों में पिछले कुछ दिनों में बारिश हुई है, जिससे फसल का नुकसान हुआ है. इससे आपूर्ति बाधित हुई है. अन्य महानगरों में भी टमाटर के भाव चढ़े हैं.
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, बुधवार को टमाटर का भाव कोलकाता में 60 रुपये प्रति किलो, मुंबई में 54 रुपये किलो और चेन्नई में 40 रुपये किलो था.
इस बीच, सहकारी समितियों नाफेड, एनसीसीएफ और मदर डेयरी के माध्यम से केंद्र सरकार द्वारा प्याज की आपूर्ति बढ़ाने की वजह से दिल्ली के खुदरा बाजारों में प्याज की कीमत 60 रुपये प्रति किलो से नीचे आ गई है. ये सहकारी समितियां 23.90 रुपये प्रति किलो की सस्ती दर पर प्याज बेच रही हैं.
हालांकि, खुदरा बाजार में कीमत अभी भी अधिक है. ये संस्थाएं केंद्र सरकार द्वारा रखे गए बफर स्टॉक से प्याज बेच रही हैं. बफर स्टॉक के 56,700 टन प्याज में से 18,000 टन प्याज को दिल्ली सहित विभिन्न बाजारों में उतारा गया है.
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.