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ANI

पश्चिमी दिल्ली के मोतीनगर के पास सुदर्शन पार्क इलाके में गुरुवार रात तीन मंजिला फैक्ट्री में ब्लास्ट के बाद पूरी फैक्ट्री ढह गई. हादसे में करीब 12 लोग मलबे में दब गए थे. 7 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है जबकि 8 लोग घायल बताए जा रहे हैं. सुबह तक राहत और बचाव का काम पूरा कर लिया गया.

एनडीआरएफ का कहना है कि कि मलबे में अब कोई भी दबा नहीं है. इसी इलाके में कुछ दिन पहले अवैध फैक्ट्रियों की सीलिंग भी हुई थी. इस फैक्ट्री के आसपास की भी कुछ इमारतों को सील किया गया था लेकिन यह फैक्ट्री अभी भी चल रही थी.

पुलिस व दमकल केंद्र के अनुसार हादसा गुरुवार रात करीब पौने 9 बजे का है. डी-96, सुदर्शन पार्क स्थित एक फैक्ट्री में पंखे बनाए जाते थे. दमकल केंद्र को इस फैक्ट्री में ब्लास्ट होने की कॉल मिली थी. दमकल की 4 गाड़ियां जब मौके पर पहुंची तब तक पूरी फैक्ट्री धराशायी हो चुकी थी.

यह देखते हुए एक्स्ट्रा फोर्स बुलानी पड़ी और मलबा हटाने का काम शुरू किया गया. सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और दमकल की टीम के अलावा सिविल डिफेंस और डिजास्टर मैनेजमेंट की टीमें भी मौके पर पहुंच गईं. बेहद संकरी गली में फैक्ट्री होने की वजह से राहत और बचाव दल को अपने साजोसामान के साथ घटनास्थल तक पहुंचने में भी काफी मशक्कत करनी पड़ रही थी.

चीफ फायर ऑफिसर अतुल गर्ग ने बताया कि फैक्ट्री में ऊपरी मंजिल पर एक कंप्रेशर रखा हुआ, जिसके फटने से यह हादसा हुआ. चश्मदीदों के मुताबिक, धमाका इतना तेज था कि ऊपर की दोनों मंजिलें भरभरा नीचे गिर पड़ीं. इसका मलबा पास के एक खुले प्लॉट पर भी जाकर गिरा, जहां कबाड़ी का काम होता है. वहां कुछ लोग सो रहे थे. वो भी मलबे के नीचे दब गए. आसपास की कुछ दूसरी इमारतों और मकानों को भी नुकसान पहुंचा.

बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त 6-7 लोग बिल्डिंग के सेकंड फ्लोर पर थे, जबकि बाकी लोग ग्राउंड फ्लोर पर और पीछे की तरफ काम कर रहे थे. पुलिस ने 7 लोगों की मौत की पुष्टि कर दी है. बाकी लोगों को इलाज के लिए पास के आचार्य भिक्षु हॉस्पिटल में ले जाया गया है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.