तीन तलाक को लेकर संसद से लेकर सड़क तक छिड़ी बहस के बीच के अल्पसंख्यक सभा के प्रदेश अध्यक्ष रियाज अहमद ने तीन तलाक और महिलाओं पर विवादित बयान देकर सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है.
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, सपा अल्पसंख्यक सभा के प्रदेश अध्यक्ष रियाज अहमद ने कहा औरतों को कभी दहेज के लिए और कभी अवैध संबंधों के लिए मारकर पीछा छुड़ाने से तो बेहतर है तलाक दिया जाए. रियाज अहमद ने कहा कि तीन तलाक एक बार में इसलिए दिया जाता है ताकि अगर कोई मर्द अपनी पत्नी को किसी गैर मर्द के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देख ले तो हत्या करने की बजाय उसे तीन तलाक दे दे. जान बचाने के लिए एक बार में तीन तलाक विकल्प के रूप में रखा गया है.
Shariat says Talaq should be given in three stages. Whereas,triple talaq has been kept as an option.For eg.,if you find your wife in a compromising situation with another man,what will you do? You will either kill her or give triple talaq to get rid of her: Riyaz Ahmed, SP leader pic.twitter.com/wHTvJMdtAT
— ANI UP (@ANINewsUP) July 23, 2018
तीन तलाक के मुद्दे पर रियाज अहमद ने कहा कि अदालतों में सबसे ज्यादा केस तलाक के हिंदुओं के हैं जबकि सबसे कम मुसलमानों के. उन्होंने कहा कि भारत की अदालतों में मुस्लिम महिलाओं के तलाक के मामले 3.7 प्रतिशत हैं, हिन्दू महिलाओं के तलाक के मामले 17.6 प्रतिशत और ईसाइयों के 6 प्रतिशत हैं.
उन्होंने कहा कि बीजेपी तीन तलाक को खत्म करना चाहती है लेकिन अगर वह वास्तव में मुस्लिम महिलाओं की इतनी ही हितैषी है तो संसद में महिलाओं के लिए आठ फीसद आरक्षण का बिल पारित करे. उन्होंने कहा कि बीजेपी पूरी तरह से धुव्रीकरण कर रही है.
रियाज अहमद ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी की ओर से भाईचारा के बीच बनाई जा रही खाई को खत्म करने के लिए समाजवादी पार्टी ही काम कर रही है जिसकी रणनीति जल्द लखनऊ में होने वाली पार्टी की बैठक में बनाई जायेगी.