लोग अभी दिल्ली के बुराड़ी में एक ही परिवार के 11 सदस्यों द्वारा कथित रूप से की गई आत्महत्या की गुत्थी को समझ नहीं पाए हैं और पुलिस हत्या और आत्महत्या के फेर में फंसी है, झारखण्ड के हजारीबाग में रविवार, 15 जुलाई को एक ही परिवार के 6 सदस्यों के शव मिलने से सनसनी फ़ैल गई.
मृतकों में दो महिलाएं और दो बच्चे भी शामिल हैं. स्थानीय पुलिस ने आत्महत्या का आशंका जताई है. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक मृतकों की पहचान नरेश महेश्वरी (44) , उनके पिता महावीर महेश्वरी (70), मां किरण देवी (65), पत्नी प्रीती महेश्वरी (40) और उनके दो बच्चे अमन 8 वर्ष और अनवी 6 वर्ष के रूप में हुई है. पुलिस के अनुसार महावीर, प्रीति और किरण देवी की लाश रस्सी से लटकी पाई गई, जबकि नरेश माहेश्वरी ने अपने फ्लैट की तीसरी मंजिल से कूदपर आत्महत्या की. इसके अलावा अमन की हत्या धारदार हथियार से और अनवी की गला दबाकर की गयी है.
हजारी बाग के पुलिस उपाधीक्षक चंद कुमार वत्स ने बताया कि संभवता लड़की को पहले अचेत किया गया इसके बाद गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी गई. उनके अनुसार मरने वालों में नरेश सबसे अंतिम व्यक्ति थे जिन्होंने छत से कूदकर जान दी. पुलिस को घर से एक सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें दुकान बंद होने, भारी कर्ज और आत्महत्या की अन्य वजहों के बारे में लिखा गया है. इसमें यह भी कहा गया है कि अमन फांसी नहीं लगा सकता था इसलिए उसका गला रेतना पड़ा.
पिछले दिनों ऐसी ही एक घटना नई दिल्ली के बुराड़ी इलाके में हुई थी. यहां के एक परिवार के 11 सदस्यों मृत पाए गए थे. इनमें से 10 लोग रस्सी से लटके मिले थे जिनकी आंखों पर पट्टी बंधी हुई थी. पुलिस के मुताबिक परिवार ने कर्मकांडों के चलते ऐसा किया. उनका मानना था कि उनके घर के एक दिवंगत व्यक्ति की आत्मा उनके प्राणों की रक्षा करेगी.