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पूरे देश में संसद से लेकर सड़क तक भीड़ तंत्र या कहें मॉब लिंचिंग को लेकर बहस जारी है और भीड़ के हाथों किसी की हत्या को जघन्य अपराध की श्रेणी में लाने की मांग की जा रही है। इस सबके बीच भीड़ झारखंड के गुमला जिले के सिसई थाना क्षेत्र में शनिवार अल सुबह तीन परिवारों के चार लोगों की डायन-बिसाही के आरोप में लाठी डंडे से पीटकर निर्मम हत्या कर दी गई। हत्‍या की यह घटना सिसकारी गांव की है।

मिली जानकारी के अनुसार जादू-टोना के शक 4 लोगों की बुरी तरह से पिटाई की गई और उसके बाद गला काटकर उनकी हत्‍या कर दी गई। सूत्रों के मुताबिक शनिवार को 10 से 12 लोगों ने चारों पीड़‍ितों को उनके घर से निकाला और पिटाई करने के बाद उनकी हत्‍या कर दी।

मृतकों की पहचान चापा भगत (65 वर्ष), पत्नी पीरी देवी (62 वर्ष), सुना उरांव (65 वर्ष), फगनी देवी (60 वर्ष) के रूप में की गई है। बताया जा रहा है कि सभी झाड़-फूंक का काम करते थे।

गुमला के एसपी अंजनी कुमार झा ने कहा, 'प्रथम दृष्‍टया यह पता चला है कि पीड़‍ित लोग जादू-टोना करते थे। ऐसा लग रहा है कि अंधविश्‍वास में आकर इस हत्‍याकांड को अंजाम दिया गया है। मामले की जांच जारी है।' उधर, सूत्रों ने बताया कि चारों लोगों की हत्‍या से पहले जन अदालत लगाई गई थी और इसमें उन पर ओझाई और टोना-टोटका करने का आरोप लगाया गया।

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मौके से आरोपी फरार पुलिस ने सभी लोगों के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। जिन लोगों की हत्या की गई है, उनमें 60 वर्षीय चापा उरांव, उसकी पत्नी पीरा उराईन सहित गांव के 2 अन्य लोग शामिल हैं। वारदात की सूचना पाकर झारखंड पुलिस मौके पर पहुंची है। मामले की जांच की जा रही है। हत्या के बाद घटना को अंजाम देने वाले लोग अपराधी गांव छोड़ कर भाग गए हैं। ज्‍यादातर घरों में ताला बंद है। ग्राम प्रधान से पुलिस पूछताछ कर रही है।

स्‍थानीय लोगों के मुताबिक लाठी डंडे और धारदार हथियारों से लैस लोगों ने 3 घरों का दरवाजा खुलवाकर 4 लोगों को अपने कब्जे में ले लिया और बाहर से सभी 3 घरों में ताला जड़ दिया। अगवा किए गए सभी लोगों को अपराधी गांव के किनारे ले गए। वहां पर पहले चारों लोगों की लाठी-डंडे से बुरी तरह पिटाई की गई और फिर उनका गला रेत दिया गया।

2019 में झारखंड में लिंचिंग के मामले

  • मई 2019 में गुमला जिले में ही भीड़ ने चार लोगों की जमकर पिटाई की थी. चारों मरे बैल का मांस काट रहे थे. उन्मादी भीड़ ने इतना पीटा कि इनमें से एक प्रकाश नाम के व्यक्ति की अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो गई.
  • जून 2019 में 24 साल के तबरेज अंसारी को चोरी के आरोप में पीटकर मार डाला था. उनकी हत्या सरायकेला खरसांवा जिले के घातकीडीह गांव में हुई थी. पहले उन्हें बिजली के पोल से बांधकर पीटा. फिर उनसे जय श्री राम और जय हनुमान के नारे लगवाए थे. हालांकि, अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी.
  • मार्च 2019 में झारखंड के पलामू में भीड़ ने वकील खान और दानिश खान नाम के दो लोगों की पीटकर हत्या कर दी. इन दोनों ने अपनी बहन के साथ हुई छेड़खानी का विरोध किया था. इसके बाद उनकी हत्या हो गई. इस मामले की जांच जारी है.