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सांकेतिक तस्वीरReuters file

जेट एयरवेज का संचालन बंद होने और फ्लाइट्स के किरायों में औसतन 25 फीसदी की बढ़ोतरी से पर्यटन उद्योग चिंतित हो गया है। इंडस्ट्री विशेषज्ञों का कहना है कि इससे बड़े पैमाने पर होटलों की बुकिंग कैंसल होने का खतरा बढ़ गया है।

पर्यटन के कारोबार से जुड़ी एक साइट का कहना है कि जेट एयरवेज बंद होने के बाद मुंबई-हैदराबाद, मुंबई-दिल्ली और दिल्ली-मुंबई के बीच फ्लाइट्स के किराये क्रमश: 62 फीसदी, 52 फीसदी और 49 फीसदी तक बढ़ गए हैं। बेंगलुरु-दिल्ली सेक्टर में सबसे कम 10 फीसदी का असर पड़ा है।

ट्रैवल एजेंट्स असोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष सुनील कुमार का कहना है कि यह संकट तब आया है जब पीक सीजन शुरू होने वाला है। लगता है कि यह संकट पूरे साल बना रहेगा। बढ़े किरायों की वजह से हमारे बिजनेस पर असर पड़ेगा।

बता दें कि बुधवार रात से जेट एयरवेज ने अपना ऑपरेशन बंद कर दिया। इसमें काम करने वाले 22 हजार कर्मचारी रातोंरात सड़क पर आ गए। देश और विदेश में इस एयरलाइंस से यात्रा करने वाले लाखों पैसेंजर्स की भी परेशानी बढ़ गई। यह एयरलाइंस विदेशों को भी अपनी फ्लाइट्स भेजती थी।

कई कर्मचारियों की हालत इतनी खराब है कि पैसों की किल्लत की वजह से कोई अपना घर बेचने को मजबूर है तो कोई अपनी ही सोसायटी में डिफॉल्टर बनकर जी रहा है।