मलेशिया के पीएम मोहम्मद महातिर विवादित धर्मगुरु और मनी लॉन्ड्रिंग केस में वांछित जाकिर नाइक को भारत प्रत्यर्पित न करने पर अड़े हुए थे और अब यही जाकिर उनके लिए सिरदर्द बन गया है। बता दें कि मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मुहम्मद तीन दिन पहले ये बयान दे चुके हैं कि अगर यह साबित हो गया कि नाइक की गतिविधियां मलेशिया के लिए नुकसानदेह हैं तो उसका स्थायी निवासी (परमानेंट रेज़िडेंट) दर्जा वापस लिया जा सकता है।
मलेशियाई पुलिस नाइक के मलेशिया के अल्पसंख्यकों के खिलाफ दिए बयान की जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि मलेशिया में अधिकारियों ने जाकिर को हिंदुओं और चीनियों के खिलाफ नस्लभेदी बयान देने पर पूछताछ के लिए बुलाया है।
बता दें कि महातिर ने साफ शब्दों में कहा है कि जाकिर को देश की राजनीतिक गतिविधियों में हिस्सा नहीं लेने दिया जाएगा। आधिकारिक बर्नामा न्यूज एजेंसी की सोमवार की रिपोर्ट के मुताबिक, जाकिर को पुलिस हेडक्वॉर्टर बुकित अमान में बयान दर्ज करने के लिए दोबारा बुलाया गया है। सीआईडी डायरेक्टर हुजिर मोहम्मद ने कहा कि जाकिर को शांति भंग करने से संबंधित दंड संहिता की धारा 504 के तहत बयान दर्ज कराना होगा।
जाकिर ने इससे पहले 16 अगस्त को बयान दर्ज कराया था। उसने 3 अगस्त को कोटा बारु में मलेशिया में रह रहे हिंदुओं और चीनियों को लेकर आपत्तिजनक बात कही थी, जिसके बाद वहां के मंत्रियों ने कैबिनेट बैठक में उसे भारत भेज देने की मांग की थी।
उसने चीनी मूल के नागरिकों को लेकर यहां तक कह दिया था कि उन्हें अपने देश लौट जाना चाहिए क्योंकि वे पुराने गेस्ट हैं। वहीं, उन्होंने हिंदुओं को लेकर कहा था कि भारत में जितने अधिकार मुसलमानों को नहीं मिले, उससे 100 गुना अधिक मलयेशिया में हिंदुओं को मिले हुए हैं।
उसके विवादित बयान को देखते हुए पीएम महातिर ने रविवार को कहा था कि यह स्पष्ट है कि जाकिर नस्लीय राजनीति करना चाहता है। उन्होंने कहा, 'वह नस्लीय भावना को भड़का रहा है। पुलिस को यह जांच करनी होगी कि क्या यह तनाव पैदा करने वाला है, निश्चित रूप से यह तनाव पैदा करने वाला है।'
पीएम महातिर ने साथ ही कहा कि स्थायी निवासी के रूप में जाकिर को राजनीतिक गतिविधियों में हिस्सा नहीं लेने दिया जाएगा।
उन्होंने कहा, 'आप उपदेश दे सकते हैं। लेकिन आप वह नहीं कर रहे थे। वह चीनियों को चीन और भारतीयों को भारत जाने की बात कह रहे थे। मैंने कभी ऐसी बात नहीं कही है। लेकिन उसने कही। यह राजनीति है।'
मलेशिया में नाइक की जमकर आलोचना हो रही है। मलेशिया के अल्पसंख्यकों के लिए दिए उसके कथित बयान के बाद देश भर में उसके ख़िलाफ़ 115 पुलिस रिपोर्ट दर्ज हो चुकी हैं।
पहले भी नाइक के कथित तौर पर दिए एक बयान को लेकर काफी विवाद हुआ था। आरोप है कि नाइक ने कहा था कि मलेशिया में रहने वाला भारतीय समुदाय मलेशियाई प्रधानमंत्री डॉ महातिर मोहम्मद की जगह भारत के पीएम नरेंद्र मोदी का अधिक समर्थक है।
जाकिर मामले में पूरे मलेशिया में लोग भड़के हुए हैं और कई प्रांतों में उसके पब्लिक स्पीच पर बैन लगा दिया गया है। बता दें कि जाकिर के खिलाफ भारत में मनी लॉन्ड्रिंग, हेट स्पीच के अलावा बांग्लादेश के एक रेस्तरां में हुए ब्लास्ट मामले में जांच चल रही है। मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच प्रवर्तन निदेशालय कर रहा है। जबकि भारत सरकार ने आधिकारिक रूप से मलेशिया से उसके प्रत्यर्पण की मांग की है।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।