रोहित कंसल
रोहित कंसलTwitter / @ANI

जम्मू और कश्मीर सरकार ने जल्द ही पूरे प्रदेश में ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल (बीडीसी) चुनाव करवाने का फैसला किया है।

इस बात को घोषणा शनिवार शाम आयोजित एक प्रेस वार्ता में प्रमुख सचिव नियोजन और विकास रोहित कंसल, जो सरकार के प्रवक्ता भी हैं, ने की।

रोहित कंसल ने बताया कि राज्य भर में 316 बीडीसी के लिए चुनाव होंगे, जिसके लिए कश्मीर में आवश्यक तैयारियां पूरी हो चुकी हैं जबकि जम्मू में यह काम अभी अंतिम चरण में है।

उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास विभाग जल्द चुनाव कराने के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के संपर्क में है, और इस प्रक्रिया के सितंबर के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।

कश्मीर की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि 69 पुलिस थानाक्षेत्रों से दिन के प्रतिबंध हटा लिये गए हैं, जबकि जम्मू में 81 पुलिस थानाक्षेत्रों में दिन के समय के प्रतिबंधों को हटाया गया है।

उन्होंने यह भी बताया कि कानून और व्यवस्था के मोर्चे पर, सुरक्षा बल स्थिति पर कड़ी निगरानी बनाए हुए हैं और अवांछित घटनाओं में लगातार गिरावट आई है।

लैंडलाइन फोन की बहाली के बारे में, उन्होंने बताया कि जिन क्षेत्रों में प्रतिबंध हटा लिए गए हैं वहां लैंडलाइन को बहाल किया जा रहा है। इसके अलावा जहां यह काम हाथों से किया जाना है वहां कुछ अधिक समय लगेगा। उन्होंने यह भी बताया कि सप्ताहांत में 5300 कनेक्शन वाले आठ नए एक्सचेंजों को प्रारंभ किया जाएगा।

इसके अलावा फसलों की कटाई के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि सेब, आड़ू आदि फलों की प्रारंभिक फसल को बिना किसी परेशानी के समय से राज्य के बाहर के बाजारों में पहुंचाया जा रहा है।

बीते वर्ष के 89,000 मीट्रिक टन के मुकाबले इस वर्ष अब तक लगभग 1.20 लाख मीट्रिक टन फलों का सफलतापूर्वक परिवहन किया गया है और प्रभागीय और जिला प्रशासन दोनों को फलों के उत्पादकों के साथ समन्वय स्थापित करने और बिना किसी परेशानी के परिवहन के लिए निर्देश दिया गया है।

उन्होंने यह भी बताया कि राज्य में 1,500 प्राथमिक स्कूल और 1,000 मिडिल स्कूल खुले हैं और उनमे उपस्थिति समय के साथ धीरे-धीरे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग उन क्षेत्रों में स्कूलों के संचालन के लिए प्रयास कर रहा है, जहां कोई प्रतिबंध नहीं है।

इस मौके पर सचिव ग्रामीण विकास विभाग, शीतल नंदा, निदेशक सूचना और जनसंपर्क, डॉ. सैयद सेहरिश असगर और निदेशक बागवानी, कश्मीर, अज़ाज़ अहमद भट भी मौजूद थे।