सांकेतिक तस्वीर
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छत्तीसगढ़ के सुकमा में भरी बरसात में पहली बार पुलिस और सुरक्षाबलों की टीम नक्सलियों के खिलाफ जंगल में मोर्चे पर उतरी और एक बड़ी कामयाबी हासिल की. यहां कोंटा के नलकातुंग गांव के पास जंगल में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई जिसमे 14 नक्सली मारे गए. साथ ही सुरक्षाबलों ने 16 हथियार भी बरामद किए हैं. सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच अभी भी मुठभेड़ जारी है.

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, गोलापल्ली और कोंटा थाना क्षेत्र के बीच करीब 100 नक्सली मीटिंग कर रहे थे. इसकी सूचना मिलते ही सुरक्षाबलों ने नक्‍सलियों पर हमला बोल दिया. जिसमें मारे गए 14 लोगों के शव पुलिस ने बरामद कर लिए हैं.

बताया जा रहा है कि मौके से 4 आईईडी और 16 देशी हथियार भी बरामद हुए हैं. छत्तीसगढ़ में इस साल की यह सबसे बड़ी कार्रवाई बताई जा रही है.

क्षेत्र में नक्सलियों के जमावड़े को देखते हुए अब मुठभेड़ के बाद सघन सर्चिंग भी जारी है और जवान जंगलों में अंदर तक घुसकर नक्सलियों को ढ़ूंढ रहे हैं. बता दें कि पहली बार भरी बारिश के दौरान पुलिस और सुरक्षा बलों द्वारा बस्तर में नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के दौरान कई नक्सलियों ने खुद सामने आकर आत्मसमर्पण करना भी शुरू कर दिया है.

अभी दो दिन पूर्व ही राज्य के मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह घोषणा कर चुके हैं कि नक्सली या तो आत्मसमर्पण करें वरना फोर्स उन्हें मारने के लिए बिल्कुल तैयार है. इसके पहले सरकार लगातार यह कहती रही है कि नक्सली हथियार छोड़कर यदि मुख्यधारा में शामिल होना चाह रहे हों तो सरकार बातचीत के लिए तैयार है. हालांकि अब छत्तीसगढ़ सरकार ने अपनी नीति बदल दी है.