बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था कितनी खराब स्थिति में है इसका ताजा उदाहरण दरभंगा अस्पताल में देखने को मिला. यहां महज़ 9 दिन के बच्चे की मौत चूहों के कुतरने की वजह से हो गई. मृतक बच्चे के परिजन ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि NICU में भर्ती उनके नवजात को चूहों ने कुतर कर जख्मी किया, जिससे उसकी मौत हो गई.
हालांकि चिकित्सक इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हैं. इस बीच जिला प्रशासन ने पूरे मामले में जांच कराने की बात कही है. मधुबनी के सकरी थाना के निवासी फिरन चौपाल का कहना है कि गंभीर रूप से बीमार होने के कारण उसने अपने नवजात बच्चे को डीएमसीएच में भर्ती कराया था. आरोप है कि नवजात शिशुरोग विभाग के आईसीयू (ICU) में सोमवार देर रात चूहे के कुतरने से 9 दिन के बच्चे की मौत हो गई.
Darbhanga: 9-day-old infant died allegedly after being bitten by rats in NICU of Darbhanga Medical College & Hospital on October 29. Dr. Om Prakash says "I've no such information. Family is claiming so. But we can investigate it since we know there is menace of rats here". #Bihar pic.twitter.com/lLzx7TBr7q
— ANI (@ANI) October 31, 2018
दरअसल, पूरा मामला बिहार के दरभंगा ज़िले के सबसे बड़े अस्पताल DMCH के शिशु विभाग का है. यहां सोमवार की रात मधुबनी के नज़रा गांव की रहने वाली वीणा देवी ने 9 दिन के बच्चे को इलाज़ के लिए शिशु विभाग में भर्ती कराया था, लेकिन सुबह तक़रीबन 4 से 5 बजे के बीच जब वह अपने बच्चे को देखने NICU ने अंदर पहुंची तो उनके होश उड़ गए.
उन्होंने देखा कि चूहे बच्चे के बदन को कुतर रहे थे. इसके बाद जब वीणा देवी ने शोर मचाया तो अस्पताल का एक कर्मी दौड़ कर पहुंचा और चूहे को भगाया. हालांकि, तब तक बच्चे की मौत हो गई थी.
वहीं, NICU में इस घटना के बाद खौफ का माहौल है. मरीजों को डर है कि कहीं चूहे उनकी जान न ले लें. इस घटना की सूचना मिलने पर शिशु विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर ओम प्रकाश ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया.
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बच्चे की हालत काफी गंभीर थी. उसका बचना मुश्किल था. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि पीड़ित परिवारों के आरोप से इंकार नहीं किया जा सकता.
वे खुद भी मानते हैं कि सिर्फ शिशु विभाग ही नहीं, बल्कि पूरा अस्पताल ही चूहों के आतंक से परेशान है. उन्होंने बताया कि चूहों से बचने के कई उपाय भी किए गए, लेकिन सब बेकार साबित हुए.
अब पीड़ित परिजन न्याय के लिए दरभंगा के उप विकास आयुक्त को लिखित शिकायत कर इलाज़ में लापरवाही बरतने वाले डॉक्टर पर उचित कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. दरभंगा के जिलाधिकारी ने उच्च स्तरीय जांच कराने के आदेश दे दिए हैं.