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लोकसभा चुनाव 2019 के लिए वोटों की गिनती शुरू होने से करीब 36 घंटे पहले पहले ईवीएम एवं वीवीपैट के मुद्दे पर कांग्रेस, एसपी, बीएसपी, तृणमूल कांग्रेस सहित 22 विपक्षी दलों के नेताओं ने मंगलवार को चुनाव आयोग से मुलाकात की। विपक्ष ने चुनाव आयोग से मांग की कि 23 मई को मतगणना शुरू होने से पहले बिना किसी क्रम के चुने गए पोलिंग स्टेशनों की वीवीपीएटी पर्चियों की जांच की जाए।

विपक्षी दलों ने यह भी कहा है कि अगर किसी एक बूथ पर भी वीवीपीएटी पर्चियों का मिलान सही नहीं पाया जाता तो संबंधित विधानसभा क्षेत्र में सभी मतदान केंद्रों की वीवीपीएटी पर्चियों की गिनती की जाए और इसकी ईवीएम रिजल्ट्स से तुलना की जाए।

निर्वाचन आयोग अधिकारियों से मुलाकात के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने पत्रकारों से कहा, 'हमने मांग की है कि वीवीपीएटी पर्चियों का मिलान पहले किया जाए और अगर कोई गलती मिले तो उस क्षेत्र में सभी की गिनती होनी चाहिए।'

उधर, चुनाव आयोग ने बयान जारी कर मंगलवार को कहा कि स्ट्रांगरूम्स में सभी ईवीएम पूरी तरह से सुरक्षित हैं। इसके साथ ही आयोग ने चुनावों में इस्तेमाल वोटिंग मशीनों की अदला-बदली के आरोपों को भी खारिज कर दिया है। तमाम आरोपों और शिकायतों पर आयोग ने कहा कि वह साफ कर देना चाहता है कि ऐसी रिपोर्टें पूरी तरह से झूठी और गलत हैं।

आयोग ने बयान में कहा कि मतदान संपन्न होने के बाद सभी ईवीएम और वीवीपैट मशीनों को कड़ी सुरक्षा में स्ट्रांगरूम्स में ले जाया गया, जिसे डबल लॉक्स से सील किया गया और इस दौरान उम्मीदवारों के साथ चुनाव आयोग के पर्यवेक्षक भी मौजूद थे। चुनाव आयोग के मुताबिक पूरी प्रक्रिया की विडियोग्राफी हुई है और काउंटिंग पूरी होने तक लगातार सीसीटीवी कवरेज जारी रहेगा। हर स्ट्रांगरूम की सुरक्षा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल कर रहे हैं। इसके साथ ही स्ट्रांगरूम पर उम्मीदवार या उनके प्रतिनिधि 24 घंटे निगरानी रख रहे हैं।

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कांग्रेस के नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि कई महीनों से चुनाव आयोग से बार-बार अनुरोध करने के बावजूद अब चुनाव आयोग ने कहा है कि वह इस मामले पर बुधवार को बैठक करेंगे। टीडीपी सुप्रीमो चंद्रबाबू नायडू ने कहा, 'हमने चुनाव आयोग से जनादेश का सम्मान करने को कहा है।' बसपा नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने आरोप लगाया कि ईवीएम को लेकर यूपी में बड़े पैमाने पर धांधली हो सकती है इसलिए हमने केंद्रीय बलों की मांग की है।

विपक्षी नेताओं ने कई स्थानों पर स्ट्रांगरूम से ईवीएम के कथित स्थानांतरण से जुड़ी शिकायतों पर कार्रवाई की भी मांग की। इससे पहले विपक्षी नेताओं ने दिल्ली में बैठक की थी। मंगलवार को चुनाव आयोग को सौंपे गए 22 दलों के मेमोरैंडम पर जिन प्रमुख विपक्षी नेताओं ने हस्ताक्षर किए, उनमें कांग्रेस नेता अहमद पटेल, अशोक गहलोत, गुलाम नबी आजाद, अभिषेक मनु सिंघवी, राज बब्बर, और टीडीपी के चंद्रबाबू नायडू, समाजवादी पार्टी के राम गोपाल यादव, सीपीआई(एम) से सीताराम येचुरी, तृणमूल कांग्रेस से डेरेक ओ ब्रायन, आम आदमी पार्टी से अरविंद केजरीवाल, बसपा से सतीश चंद्र मिश्रा एवं दानिश अली, डीएमके से कनिमोई, आरजेडी से मनोज झा, एनसीपी से प्रफुल्ल पटेल एवं माजिद मेमन, हम से रजनीश कुमार आदि शामिल रहे।