खाद्य नियामक एफएसएसएआई ने फास्ट फूड को बढ़ावा देने के लिए अपने विज्ञापनों में ताजे पके भोजन और सब्जियों का तिरस्कार करने के लिए मैकडोनाल्ड को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने बयान में कहा है कि नियामक ने हार्ड कासल रेस्टोरेंट्स और कनॉट प्लाजा रेस्टोरेंट्स लिमिटेड को नोटिस भेजकर पूछा है कि उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं शुरू की जाए. ये फ्रैंचाइजी कंपनियां भारत में मैकडोनाल्ड श्रृंखला के रेस्तरां चलाती हैं.
उल्लेखनीय है कि मैकडोनाल्ड ने इस महीने की शुरुआत में अखबारों में एक विज्ञापन दिया था, जिसमें घर में पके खाने और स्वास्थ्यवर्धक सब्जियों को कथित तौर पर कमतर करके दिखाया गया है. मैकडोनाल्ड की ओर से दिए गए विज्ञापन में कहा गया था , " फिर अटके घिया - तोरी के साथ? बनाए अपना मनपसंद 1+1 कॉम्बो.''
नियामक ने कहा, " एफएसएसएआई ने माना है कि कुछ खाद्य कंपनियां अपने खाद्य पदार्थों की बिक्री को बढ़ाने के लिए अक्सर अच्छा नहीं माने जाने वाले खाने को स्वस्थ खाने के विकल्प के रूप में पेश करती हैं. नियामक ने इस तरह के विज्ञापनों पर चिंता जतायी है."
मैकडोनाल्ड को एक निर्धारित समयसीमा के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया है. एफएसएसएआई के विज्ञापन संहिता के उल्लंघन पर 10 लाख रुपये तक का जुर्माना है.
बयान में कहा गया , "नई दिल्ली और मुंबई में केंद्रीय लाइसेंसिंग प्राधिकरण और एफएसएसएआई के अधिकारियों ने इस पर संज्ञान लिया है. उन्होंने खाद्य सुरक्षा और मानक (विज्ञापन और दावे) विनियम , 2018 के प्रावधानों का उल्लंघन करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए पूछा है कि मैकडोनाल्ड के खिलाफ क्यों न कार्रवाई शुरू की जाए."
हार्डकासल रेस्टोरेंट्स प्राइवेट लिमिटेड ने बयान में कहा कि वह " पश्चिम और दक्षिण भारत में रेस्तरां चलाती है और अखबार के जिस विज्ञापन को लेकर सवाल उठ रहे हैं वह हमारे द्वारा जारी नहीं किया गया है. हमने इस बात को स्पष्ट करते हुए एफएसएसएआई को पत्र लिखा है."
हार्डकासल ने नियामक को लिखे पत्र में नोटिस वापस लेने का अनुरोध किया है. जबकि कनॉट प्लाजा रेस्टोरेंट्स की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है.
फ्रैंचाइजी ने कहा , " हम मैकडोनाल्ड ब्रांड के नाम से पश्चिम और दक्षिण भारत के हिस्सों में रेस्तरां चलाते हैं. उत्तर और पूर्व भारत में रेस्तरां चलाने वाली इकाई कनॉट प्लाजा रेस्टोरेंट्स है, जो कि अलग है और हमारा उससे संबंध नहीं है."
उसने कहा कि दिल्ली का बाजार उत्तरी भारत के अंदर आता है, जहां वह परिचालन नहीं करती है.
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.