Indian Railways
सांकेतिक तस्वीररायटर्स

दिल्ली आने वाली राजधानी एक्सप्रेस से एक दंपति को उस वक्त उतार दिया गया जब साथी यात्रियों ने पति के हाथ पर घर पर पृथक रहने के लिये लगाई गई मुहर देखी। रेलवे ने यह जानकारी दी और कोरोना वायरस मामले बढ़ने के मद्देनजर साथी नागरिकों की सुरक्षा के लिए गैर जरूरी यात्रा से बचने की लोगों से अपील की।

अधिकारियों ने बताया कि शनिवार सुबह दंपति सिकंदराबाद से बेंगलुरु-नयी दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस में सवार हुआ था। रेलवे ने कहा कि ट्रेन जब सुबह करीब पौने दस बजे तेलंगाना के काजीपेट पहुंची तो एक सहयात्री ने उस वक्त पति के हाथ पर क्वारंटाइन (पृथक) के लिये लगी मुहर देखी जो अधिकारी संदिग्ध मरीजों के हाथों पर लगा रहे हैं।

उसने बताया कि इसके बाद अन्य सहयात्रियों ने इसकी जानकारी टीटीई को दी। अधिकारियों ने कहा कि ट्रेन को थोड़ी देर के लिये रोका गया और दंपति को अस्पताल ले जाया गया। काजीपेज में डिब्बे को पूरी तरह संक्रमण मुक्त किया गया और उसे बंद कर दिया गया। वातानुकूलन भी बंद कर दिया गया था। ट्रेन साढ़े 11 बजे अपने गंतव्य के लिये रवाना हो गई।

रेलवे ने दो अन्य घटनाओं की भी जानकारी दी जब यात्रियों ने घर में पृथक रहने के लिए कहे गए लोगों को ट्रेन में सफर करते देखा। दो घटनाओं में जिन लोगों की जानकारी दी गई थी, उनमें से 12 बाद में जांच में संक्रमित पाए गए।

सामाजिक दूरी बनाए रखने की लोगों से अपील करते हुए रेलवे ने कहा कि उसे 16 मार्च को मुंबई से जबलपुर जा रही 11055 गोदान एक्सप्रेस के बी1 कोच में सफर करने वाले चार यात्रियों के शुक्रवार को कोविड-19 से संक्रमित होने की जानकारी मिली।

इसने ट्वीट कर बताया, "वे पिछले हफ्ते दुबई से भारत लौटे थे। सभी संबंधित पक्षों को जरूरी कार्रवाई करने के लिए चौकन्ना कर दिया गया है।"

अन्य घटना में, दिल्ली से रामागुंडम जा रही आंध्र प्रदेश संपर्क क्रांति एक्सप्रेस से 13 मार्च को सफर करने वाले आठ यात्रियों में शुक्रवार को संक्रमण की पुष्टि हई। रेलवे ने अपील की, "यात्रियों को साथी नागरिकों की सुरक्षा के लिए गैर जरूरी यात्रा करने से बचने की सलाह दी जाती है।"

साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.