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ANI

कमल हासन द्वारा महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को आजाद भारत का पहला हिंदू आतंकी बताए जाने के बाद भोपाल लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने पलटवार करते हुए नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया है। उन्होंने कहा कि जो लोग सवाल उठा रहे हैं, उन्हें इस बार लोकसभा चुनाव में जवाब मिल जाएगा।

हालांकि साध्वी प्रज्ञा के गोडसे के संबंध में दिए बयान से पार्टी को अलग करते हुए जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि पार्टी साध्वी प्रज्ञा के बयान से सहमत नहीं है और उनके इस बयान की निंदा करते हैं। राव ने कहा कि पार्टी उनसे इस मामले में सफाई देने को कहेगी। इसके अलावा जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि साध्वी को अपने इस बयान के लिए सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए।

गौरतलब है कि इससे पहले गुरुवार को बीजेपी प्रत्याशी से पत्रकारों ने सवाल किया कि कमल हासन ने नाथूराम गोडसे को हिंदू आंतकवादी बताया था, इस बारे में वह कहना चाहती हैं। जवाब में प्रज्ञा ठाकुर ने कहा, 'नाथूराम गोडसे देशभक्त थे। देशभक्त हैं और देशभक्त रहेंगे। उन्हें हिंदू आतंकवादी बताने वाले अपने गिरेबान में झांककर देखें। अबकी बार चुनाव में ऐसे लोगों को जवाब दे दिया जाएगा।'

इस पूरे मामले पर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इस पूरे मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'बापू का हत्यारा देशभक्त? हे राम! उम्मीदवार से खुद को अलग करना काफी नहीं है।' वहीं भोपाल से कांग्रेस उम्मीदवार दिग्जविजय सिंह ने कहा कि प्रज्ञा के इस बयान पर पीएम मोदी और अमित शाह को माफी मांगनी चाहिए।

गौरतलब है कि अभिनेता से नेता बने कमल हासन हिंदू आतंकवाद को लेकर विवादित बयान दिया था। तमिलनाडु में चुनाव प्रचार करते हुए हासन ने कहा था कि आजाद भारत का पहला आतंकवादी एक हिंदू था। कमल हासन ने कहा, 'आजाद भारत का पहला आतंकवादी एक हिंदू था और उसका नाम नाथूराम गोडसे था। मैं यह इसलिए नहीं कह रहा हूं क्योंकि यहां पर कई सारे मुस्लिम मौजूद हैं। मैं महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने खड़े होकर यह कह रहा हूं।'

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Reuters

भोपाल से बीजेपी की प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा पहले भी अपने बयानों से बीजेपी को मुश्किल में डाल चुकी हैं। उनकी उम्मीदवारी को लेकर विपक्ष के नेता कई बार सवाल उठा चुके हैं। वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भोपाल से बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को हिंदू आंतकवादी कहे जाने पर उनका बचाव किया था। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में साध्वी से जुड़े एक सवाल के दौरान शाह ने दो टूक कहा था कि साध्वी को झूठे केस में फंसाया गया। इस दौरान शाह ने यह भी सवाल उठाया कि समझौता एक्सप्रेस में ब्लास्ट करने वाले लोग अब कहां हैं? उधर, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान भी प्रज्ञा के बचाव में उतरे थे।