गांधी परिवार से एसपीजी सुरक्षा वापस लिए जाने के विरोध में कांग्रेस सदस्यों ने मंगलवार को लोकसभा में हंगामा किया. शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही आरंभ होते ही कांग्रेस के सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के निकट पहुंच गए. इसके बाद द्रमुक के सदस्य भी कांग्रेस के समर्थन में आसन के समीप पहुंच कर नारेबाजी करने लगे.
कांग्रेस और द्रमुक के सदस्यों ने 'बदले की राजनीति बंद करो', 'एसपीजी के साथ राजनीति करना बंद करो' और 'वी वांट जस्टिस' के नारे लगाए.
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि अगर मनमोहन सिंह और गांधी परिवार के साथ कुछ होता है तो उसकी सरकार जिम्मेदारी होगी. साथ ही उन्होंने कहा कि गांधी परिवार और मनमोहन सिंह से एसपीजी कवर हटाने के ऊपर ध्यान आकर्षित कर रहा था लेकिन सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं आया. इसके बाद कांग्रेस सांसदों ने लोकसभा से वॉकआउट कर दिया.
बता दें, हाल ही में सरकार ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी की एसपीजी सुरक्षा वापस ले ली थी. अब उन्हें जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है.
लोकसभा में बसपा के कुंवर दानिश अली ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्रों पर पुलिस द्वारा कथित तौर पर बल प्रयोग करने का मुद्दा उठाने का प्रयास किया. नेशनल कांफ्रेस के हसनैन मसूदी भी आसन के समीप खड़े हुए दिखाई दिए.
लोकसभा में अधीर रंजन चौधरी ने कहा "देश के संसद सदस्यों को कश्मीर जाने से रोकना, संसद एवं देश का अपमान"
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन में शोरगुल के बीच प्रश्नकाल आरंभ किया जिसकी शुरुआत किसानों की आय 2022 तक दोगुना करने संबंधी प्रश्नों से हुई. बिरला ने नारेबाजी कर रहे सदस्यों से अपने स्थान पर जाने की अपील करते हुए कहा कि किसानों के विषय पर चर्चा हो रही है और ऐसे में सदन में हंगामा अच्छी परंपरा नहीं है.
लोकसभा अध्यक्ष की अपील के बाद भी सदन में हंगामा जारी रहा. नारेबाजी के बीच ही बिरला ने प्रश्नकाल को आगे बढ़ाया.
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी आईएएनएस द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.