कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से की गई 'जनता कर्फ्यू' की अपील के बाद रविवार को पूरे देश में अभूतपूर्व बंदी देखने को मिल रही है। लाखों लोगों ने खुद को घरों के भीतर सीमित रखा, वहीं सड़कों पर इक्का दुक्का वाहन ही नजर आए।
सुबह सात बजे से अगले 14 घंटे के लिए 'जनता कर्फ्यू' प्रभावी होने के बाद लोगों ने सामाजिक दूरी बनाए रखने की पहल के तहत खुद को घरों के भीतर ही सीमित रखा और सार्वजनिक परिवहन के कुछेक वाहन खाली सड़कों पर नजर आए। अत्यावश्यक वस्तुओं या सेवाओं से जुड़े प्रतिष्ठानों को छोड़ कर अन्य सभी बाजार और संस्थान आज दिन भर बंद रहेंगे। 'जनता कर्फ्यू' रात नौ बजे समाप्त हो जाएगा।
कर्फ्यू शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "अब से कुछ मिनट में, जनता कर्फ्यू शुरू होने वाला है। हम सभी इस कर्फ्यू का हिस्सा बनें जो कोविड-19 की समस्या के खिलाफ लड़ाई में अत्यधिक मजबूती देगा।" उन्होंने कहा कि अभी उठाए गए कदम आने वाले समय में मददगार साबित होंगे। उन्होंने ट्विटर पर कहा, "घर में रहें और स्वस्थ रहें।"
राष्ट्रीय राजधानी में सड़कें सूनसान रहीं जहां बमुश्किल कुछ निजी वाहन एवं बसें चलती दिखीं। सड़कों पर फलों-सब्जियों के कोई ठेले नहीं दिखाई दिए और लोगों ने खुद को घरों में कैद रखा।
प्रधानमंत्री की अपील के तहत कश्मीर में लोगों की आवाजाही और जमा होने पर कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध लगाए गए हैं जबकि घाटी में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए आभासी कामबंदी का आज चौथा दिन है।
मध्य प्रदेश में चार जिलों- जबलपुर, रीवा, सिवनी और नरसिंहपुर में आवाजाही पूरी तरह प्रतिबंधित है तथा सड़क किनारे की दुकानें, भोजनालय आदि रविवार को बंद रहे। प्रदेश के चार जिलों जबलपुर, रीवा, सिवनी और नरसिंहपुर को शनिवार से लॉकडाउन किया गया है। मध्य प्रदेश में शुक्रवार को कोरोना वायरस का पहला मामला आया। इस दिन चार लोग जबलपुर शहर में कोरोना वायरस के पॉजिटिव पाए गए, जिनमें दुबई से लौटे एक परिवार के तीन सदस्य और जर्मनी से वापस आए एक व्यक्ति शामिल हैं।
गुजरात में भी 'जनता कर्फ्यू' को अच्छी प्रतिक्रिया मिली है जहां पूरे राज्य में लोगों ने स्वैच्छिक कर्फ्यू लगाया है। चार प्रमुख शहरों- अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा और राजकोट में सड़कें, रेलवे स्टेशन और हवाईअड्डे पूरी तरह सूनसान नजर आए।
पर्यटन स्थल गोवा में भी कर्फ्यू का असर देखने को मिला जहां सड़कों, बीच से लोग नदारद रहे। प्रधानमंत्री के आह्वान के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए तमिलनाडु में भी जनजीवन की रफ्तार थम गई जहां सड़कें, बसें और रेलवे स्टेशन सूने पड़े रहे और दुकानें बंद रहीं। हालांकि राज्य के कुछ बड़े मार्गों पर कुछेक वाहन नजर आए। ये निजी वाहन थे और इनकी संख्या बहुत कम थी।
मुंबई में, आम तौर पर लोगों से हमेशा भरे रहने वाले पश्चिमी एवं पूर्वी एक्सप्रेस राजमार्ग तथा अन्य महत्त्वपूर्ण मार्ग खाली नजर आए क्योंकि कर्फ्यू को समर्थन देने के लिए लोग अपने-अपने घरों में रहे। यही स्थिति उपनगरीय रेल स्टेशनों की भी थी जहां सामान्य दिनों में हजारों लोग पहले से अत्यधिक भारी ट्रेनों में चढ़ने की मशक्कत करते नजर आते हैं।
ठीक इसी तरह का हाल कोलकाता की सड़कों का भी था और सार्वजनिक स्थान पूरी तरह सुनसान रहे। आम तौर पर लोगों की चहल-पहल से गुलजार रहने वाले एस्प्लेनेड, डलहौजी, हवाईअड्डे और रेलवे स्टेशन पर न के बराबर लोग नजर आ रहे थे।
उत्तर प्रदेश में भी 'जनता कर्फ्यू' का व्यापक असर देखने को मिला। राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के सभी बड़े शहरों में सार्वजनिक परिवहन बंद हैं और दुकानें व अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान भी नहीं खुले हैं। राजधानी लखनऊ में आमतौर पर व्यस्त रहने वाले हजरतगंज, आलमबाग, गोमती नगर, अलीगंज और अमीनाबाद जैसे इलाकों में दुकानें पूरी तरह बंद रहीं और सड़कों पर सिवाय पुलिस बलों के वाहनों के अन्य वाहन नजर नहीं आये।
गोरखपुर, रायबरेली, आजमगढ़, गोंडा, बहराइच, कानपुर, बरेली और झांसी सहित तमाम जिलों से मिल रही खबरों के मुताबिक जनता कर्फ्यू का पूरा असर है और लोग अपने घरों में ही बंद हैं। सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। दुकानें और बाजार पूरी तरह बंद है। सिनेमाघर, कैफे, रेस्तरां और बार जैसी जगहों को बंद करने के आदेश सरकार ने पहले ही दे दिए थे। अत्यावश्यक सेवाओं से जुड़े लोग ही काम के सिलसिले में सफर करते दिखे।
वहीं पंजाब सरकार ने 31 मार्च तक पूरे राज्य में बंदी की घोषणा की है। राज्य में अब तक कोरोना वायरस के 14 मामले सामने आए हैं। छत्तीसगढ़ में भी जनता कर्फ्यू का व्यापक असर है। राजधानी रायपुर समेत अन्य प्रमुख शहरों में लोग आज घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं। राज्य के अन्य प्रमुख शहरों बिलासपुर, रायगढ़, राजनांदगांव, जगदलपुर और अन्य शहरों से मिली जानकारी के अनुसार लोग अपने घरों में ही हैं तथा कुछ दवा दुकानों के अलावा लगभग सभी दुकानें बंद हैं। राज्य के अधिकतर शहरों में वाहन नहीं चल रहे हैं।
राजस्थान में राजधानी जयपुर समेत अन्य जिलों उदयपुर, भरतपुर, कोटा, जोधपुर, अजमेर, झुंझुनूं, भीलवाडा,में भी जनता कर्फ्यू का पूरा असर है और लोग अपने घरों में ही बंद हैं। दुकानें और बाजार पूरी तरह बंद है । सिनेमाघर, कैफे, रेस्तरां और बार जैसी जगहों को बंद करने के आदेश सरकार ने पहले ही दे दिए थे।
पार्टी विचारधारा से ऊपर उठते हुए मुख्यमंत्रियों और अन्य नेताओं ने लोगों से स्वैच्छिक कर्फ्यू का पालन करने को कहा। उन्होंने ध्यान दिलाया कि संक्रमण की कड़ी को रोकने के लिए "सामाजिक दूरी" अहम है।
देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या रविवार को बढ़कर 324 हो गई है। महाराष्ट्र, पंजाब, ओडिशा,राजस्थान और बिहार जैसे राज्यों ने माह के अंत तक पूर्ण या आंशिक बंदी की घोषणा की है। देश के किसी भी रेलवे स्टेशन से मध्यरात्रि से लेकर रविवार रात 10 बजे तक कोई यात्री ट्रेन नहीं चलेगी जबकि सभी उपनगरीय ट्रेनें भी कम से कम चलेंगी। दिल्ली, हैदराबाद, मुंबई समेत अन्य शहरों की मेट्रो सेवाएं पूरे दिन बंद रहेंगी।
गो एयर, इंडिगो और विस्तार जैसी विमानन कंपनियों ने घोषणा की कि वे रविवार को घरेलू परिचालन बंद रखेंगी। व्यापार संगठन अखिल भारतीय व्यापारी संघ (सीएआईटी) ने घोषणा की कि वे 'जनता कर्फ्यू' के लिए देश भर में अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखेंगे। रविवार की प्रार्थना सभा समेत विभिन्न धर्मों के उपासना स्थलों पर बड़ी सभाओं वाली प्रार्थनाओं पर रोक लगाने से लेकर जेल में बंद कैदियों के परिवारों को आज मिलने की इजाजत न देने तक सभी क्षेत्र से जुड़े संगठनों एवं संस्थानों ने तमाम तरह के प्रतिबंधों की घोषणा की है।
केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों से सुनिश्चित करने को कहा है कि 'जनता कर्फ्यू' ठीक से लागू हो और यह भी देखने को कहा कि स्थानीय निकाय, दमकल सेवाएं, पुलिस एवं सिविल डिफेंस रविवार की शाम साइरन या घंटी बजाकर बीमारी से निपटने के काम में लगे लोगों के प्रति आभार जताएं।
स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा, "हम आइसोलेशन में एकता के इच्छुक हैं।" केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसे इस समय की जरूरत बताते हुए कहा कि उन्होंने देश के हर व्यक्ति से इस कदम का समर्थन करने को कहा है। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने भी लोगों से घरों के भीतर रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि चूंकि यह वायरस शारीरिक संपर्क से फैलता है, सामाजिक दूरी इसके प्रसार को रोकने का प्रभावी तरीका है।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.