Corona

भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच सरकार अपनी तरफ से देशवासियों की सहायता करने की पूरी कोशिश कर रही है लेकिन उसे कई मोर्चों पर दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस मुश्किल वक़्त में अब राजनीति से जुड़े लोगों के अलावा खेल जगत के लोग भी सहायता के लिए सामने आ सरकार की मदद कर।

इसी कड़ी में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कोविड-19 से लड़ने के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष में अपना एक महीने का वेतन देते की घोषणा की और साथ ही दुनियाभर में 24000 से अधिक लोगों की जान लेने वाली और लाखों लोगों को चपेट में लेने वाली इस महामारी से लड़ने के लिए आगे आने की अपील की।

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने लोगों से इस संकट की घड़ी में आगे आने और योगदान करने की अपील की। गडकरी ने कहा, ''मैंने कोविड-19 के लिए अपने एक महीने का वेतन प्रधानमंत्री राहत कोष में दान करने का फैसला किया है।'' मंत्री ने कहा, ''मैं लोगों से इस महामारी के खिलाफ लड़ाई के लिए आगे आने और योगदान करने की अपील करता हूं।''

दूसरी ओर, केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने गुरुवार को कहा कि वह कोरोना वायरस से निपटने में उनके संसदीय क्षेत्र के लिए अपनी सांसद निधि से एक करोड़ रुपये जारी कर रहे हैं। पटना साहिब लोकसभा सीट से सदस्य प्रसाद ने ट्वीट किया कि उन्होंने एमपीलैड निधि से एक करोड़ रुपये जारी करने का फैसला किया है, जिसका उपयोग कोविड-19 से लड़ने में किया जाएगा। उन्होंने कहा, ''पटना जिला प्रशासन अपनी जरूरतों के हिसाब से इसका इस्तेमाल कर सकता है। मैं खर्च पर नजर रखूंगा।''

दूसरी ओर, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र में सांसद निधि से 2.66 करोड़ देने का फैसला लिया है। उन्होंने वायनाड में आवश्यक चिकित्सा उपकरणों की खरीद के लिए जिला कलेक्टर को सांसद निधि से 2.66 करोड़ रुपये जारी करने का आग्रह किया है।

भारत के पूर्व क्रिकेटर और पश्चिम बंगाल के खेलमंत्री लक्ष्मीरतन शुक्ला ने कोविड 19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में तीन महीने की विधायक की तनख्वाह और बीसीसीआई की पेंशन देने का फैसला किया है। अब तक भारत में कोरोना वायरस के 735 मामले आ चुके हैं और पश्चिम बंगाल में दस मामले आये हैं जिनमें एक मौत हो चुकी है।

शुक्ला ने कहा ,''हम सभी का फर्ज है कि अपनी क्षमता के अनुसार योगदान दें । मैने तीन महीने की विधायक की तनख्वाह मुख्यमंत्री राहत कोष में देने का फैसला किया है। मुझे बीसीसीआई से पेंशन भी मिलती है। मैने तीन महीने की पेंशन भी दे दी है।'' भारत के लिये तीन वनडे खेल चुके शुक्ला बंगाल और पूर्वी क्षेत्र के लिये प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेल चुके हैं।

भारत की स्टार फर्राटा धाविका हिमा दास ने भी असम सरकार की मदद के लिये अपनी एक महीने की तनख्वाह देने का फैसला किया है। एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता और 400 मीटर में अंडर 20 विश्व चैम्पियन हिमा गुवाहाटी में इंडियन आइल में मानव संसाधन अधिकारी है। उन्होंने ट्वीट किया ,''यह समय एक साथ खड़े होने और एक दूसरे की मदद का है। मैं कोरोना वायरस के खिलाफइस लड़ाई में असम आरोग्य निधि खाते में एक महीने का वेतन दे रही हूं।''

चैम्पियन बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने कोविड 19 महामारी से निपटने के लिये 50 लाख रूपये दान दिये हैं। भारत के प्रमुख खिलाड़ियों में से यह अब तक सबसे बड़ी दान राशि है। कइयों ने अपनी तनख्वाह देने का ऐलान किया है जबकि कइयों ने चिकित्सा उपकरण दिये हैं। बीसीसीआई अध्यक्ष और पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने 50 लाख रूपये के चावल गरीबों में बांटने का ऐलान किया था।

एक सूत्र ने बताया ,''सचिन तेंदुलकर ने 25 लाख प्रधानमंत्री राहत कोष और 25 लाख रूपये मुख्यमंत्री राहत कोष में देने का फैसला किया है। वह दोनों में अपना योगदान देना चाहते थे।'' युसूफ और इरफान पठान ने बड़ौदा पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को 4000 फेसमास्क दिये हैं जबकि महेंद्र सिंह धोनी ने पुणे में एक चैरिटी के जरिये एक लाख रूपये दिये हैं।

साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा लिखा गया है.