सुप्रीम कोर्ट ने विश्व धरोहर ताजमहल के संरक्षण में सुस्ती बरतने के लिए केंद्र सरकार को जमकर फटकार लगाते हुए ताजमहल की सुरक्षा के लिए उठाए जाने वाले कदमों में सुस्ती के लिए केंद्र और सरकार के अफसरों को आड़े हाथों लिया. उच्चतम न्यायालय ने बुधवार को तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि या तो हम ताजमहल को बंद कर देंगे या फिर आप इसे ढहा दें. इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने ताजमहल की सुरक्षा को लेकर किेए जा रहे उपायों का जिक्र करते हुए केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार को सुस्त बताया.
न्यायाधीशों यह भी कहा कि ताज 'एफिल टॉवर' से भी ज्यादा सुंदर है और यह अधिक सुंदर है" और यह देश की विदेशी मुद्रा की समस्या को भी हल कर सकता है. गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने यह बातें ताजमहल के के उचित रखरखाव की मांग वाली याचिका की सुनवाई के दौरान कहीं.
Supreme Court told Centre and the state government that either you preserve the Taj Mahal, or close it or destroy it. https://t.co/FJ1nIaWrzA
— ANI (@ANI) July 11, 2018
सुनवाई के दौरान अदालत ने ताज के संरक्षण के लिए विज़न डॉक्युमेंट पेश नहीं करने पर उत्तर प्रदेश सरकार को भी फटकार लगाईं. सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से ताज के संरक्षण के लिए उठाये गए सभी कदमों की जानकारी भी मांगी. सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से कहा कि एफिल टावर को देखिए, सैकड़ो साल पुराना है और इसे देखने लाखों लोग आते है, क्योंकि वहां का मैनेजमेंट अच्छा है. आप देश का नुकसान कर रहे हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वो ताज को संरक्षित करना चाहते हैं, लेकिन अगर सरकार ने तय कर लिया है कि वो इसे बंद कर देगी या नष्ट कर तोड़ देगी तो वो इसके लिए स्वतंत्र है. अगर ये तय कर लिया है तो सरकार हमें क्यों परेशान कर रही है. अगर हमें परेशान करोगे तो हम भी परेशान करेंगे.