ताज महल पर होती ईद की नमाज.
ताज महल पर होती ईद की नमाज.Wikimedia Commons

सुप्रीम कोर्ट ने विश्व धरोहर ताजमहल के संरक्षण में सुस्ती बरतने के लिए केंद्र सरकार को जमकर फटकार लगाते हुए ताजमहल की सुरक्षा के लिए उठाए जाने वाले कदमों में सुस्ती के लिए केंद्र और सरकार के अफसरों को आड़े हाथों लिया. उच्चतम न्यायालय ने बुधवार को तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि या तो हम ताजमहल को बंद कर देंगे या फिर आप इसे ढहा दें. इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने ताजमहल की सुरक्षा को लेकर किेए जा रहे उपायों का जिक्र करते हुए केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार को सुस्त बताया.

न्यायाधीशों यह भी कहा कि ताज 'एफिल टॉवर' से भी ज्यादा सुंदर है और यह अधिक सुंदर है" और यह देश की विदेशी मुद्रा की समस्या को भी हल कर सकता है. गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने यह बातें ताजमहल के के उचित रखरखाव की मांग वाली याचिका की सुनवाई के दौरान कहीं.

सुनवाई के दौरान अदालत ने ताज के संरक्षण के लिए विज़न डॉक्युमेंट पेश नहीं करने पर उत्तर प्रदेश सरकार को भी फटकार लगाईं. सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से ताज के संरक्षण के लिए उठाये गए सभी कदमों की जानकारी भी मांगी. सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से कहा कि एफिल टावर को देखिए, सैकड़ो साल पुराना है और इसे देखने लाखों लोग आते है, क्योंकि वहां का मैनेजमेंट अच्छा है. आप देश का नुकसान कर रहे हैं.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वो ताज को संरक्षित करना चाहते हैं, लेकिन अगर सरकार ने तय कर लिया है कि वो इसे बंद कर देगी या नष्ट कर तोड़ देगी तो वो इसके लिए स्वतंत्र है. अगर ये तय कर लिया है तो सरकार हमें क्यों परेशान कर रही है. अगर हमें परेशान करोगे तो हम भी परेशान करेंगे.