लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री और के मुखिया अरविंद केजरीवाल कांग्रेस से गठबंधन को लेकर आतुर हैं लेकिन कांग्रेस उन्हें तवज्जो देने के लिए तैयार नहीं है. आम आदमी पार्टी के संयोजक केजरीवाल का दर्द बुधवार को दनी चौक में एक जनसभा को संबोधित करते हुए एक बार फिर छलका.
उन्होंने कहा, 'बीजेपी के हर उम्मीदवार के खिलाफ केवल एक कैंडिडेट खड़ा किया जाना चाहिए, वोटों का बंटवारा नहीं होना चाहिए।' सीएम ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस को गठबंधन के लिए आश्वस्त करने की पूरी कोशिश की, लेकिन उसे यह बात समझ में नहीं आई। उन्होंने यह भी कहा, 'अगर आज कांग्रेस के साथ हमारा गठबंधन हो जाए तो बीजेपी दिल्ली में सभी 7 सीटों पर हार जाएगी।'
Delhi CM in Chandni Chowk y'day: There should be only 1 candidate against every BJP candidate,votes must not be divided.Tired of trying to convince Congress for alliance,but they refuse to understand. If today our alliance with Congress is done, BJP will lose all 7 seats in Delhi pic.twitter.com/6LG5rNGnZB
— ANI (@ANI) February 21, 2019
जामा मस्जिद पर आयोजित आम आदमी पार्टी की सभा में अरविंद केजरीवाल ने कहा, ''उत्तर प्रदेश में कांग्रेस एसपी-बीएसपी को कमजोर करने गई है, दिल्ली में आप को कमजोर करने में लगी है. लेकिन कांग्रेस साथ आए न आए हम अकेले लड़ेंगे. कांग्रेस ने गठबंधन से मना कर दिया है. हम अकेले लड़ेंगे और बीजेपी को सातों सीटों पर हराएंगे. जैसे हमने विधानसभा चुनाव में बीजेपी को हराया था. वह 70 सीट में से तीन सीट जीत पाई थी.''
केजरीवाल ने बीते दिनों भी कहा था कि कांग्रेस ने दिल्ली में उसके साथ गठबंधन को लेकर 'लगभग मना कर दिया है।' आप संयोजक का यह बयान विपक्षी दलों के साथ एक बैठक के बाद आया था, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी मौजूद थे। यह पूछे जाने पर कि आखिर कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर वह इतने इच्छुक क्यों हैं तो उन्होंने कहा, 'हमें देश की चिंता है, इसलिए हम यह गठबंधन चाहते हैं।'
आपको बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने दिल्ली की सभी सात सीटों पर जीत दर्ज की थी. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी एक भी सीट जीतने में नाकामयाब रही थी. हालांकि उसके बाद हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 67 सीटों पर जीत दर्ज की थी. इस चुनाव में कांग्रेस खाता भी नहीं खोल पाई थी.