कांग्रेस ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार तय कर दिए हैं। पार्टी ने शनिवार, 18 जनवरी को विधानसभा की 70 सीटों में से फिलहाल 54 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है। इस सूची में कई कई पूर्व मंत्रियों और कुछ नए चेहरों के नाम शामिल हैं। पार्टी की ओर से जारी की गई सूची में 10 महिलाओं को टिकट दिया गया है।
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ पड़पडग़ंज विधानसभा सीट से कांग्रेस ने लक्ष्मण रावत को टिकट दिया है। पार्टी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ अभी उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। पूर्व मंत्री अशोक कुमार वालिया को कृष्णा नगर, अरविंदर सिंह लवली को गांधी नगर और हारून यूसुफ को बल्लीमारान से उम्मीदवार बनाया गया है।
आम आदमी पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले आदर्श शास्त्री को द्वारका से टिकट दिया गया है जहां से वह निवर्तमान विधायक हैं। अलका लांबा को चांदनी चौक से उम्मीदवार बनाया गया है जहां से वह पिछले चुनाव में आम आदमी पार्टी के टिकट पर निर्वाचित हुईं थी।
दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा की पुत्री शिवानी चोपड़ा को कालकाजी और चुनाव प्रचार समिति के प्रमुख कीर्ति आजाद की पत्नी पूनम को संगम विहार से टिकट मिला है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया को मंगोलपुरी और देवेंद्र यादव को बादली से टिकट दिया गया है।
कांग्रेस ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में कई युवा चेहरों पर भरोसा जताया है। पार्टी की मीडिया पैनलिस्ट राधिका खेड़ा को जनकपुरी, युवा पार्षद अभिषेक दत्त को कस्तूरबा नगर, महिला कांग्रेस की पदाधिकारी नीतू वर्मा को मालवीय नगर, आकांक्षा ओला को मॉडल टाउन और अली मेहंदी को मुस्तफाबाद से उम्मीदवार बनाया गया है। पूर्व विधायक मतीन अहमद को सीलमपुर और तलविंदर मारवाह जंगपुरा से चुनाव लड़ेंगे।
कांग्रेस ने अब तक 10 महिला उम्मीदवारों पर भरोसा जताया है। पार्टी इस मामले में आप और बीजेपी से आगे है। आप ने 7 महिला प्रत्याशियों को टिकट दिया है तो बीजेपी ने अब तक 4 महिला प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की है।
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी पहले ही सभी 70 सीटों पर और बीजेपी 57 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर चुके है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि मंगलवार, 21 जनवरी है जबकि नामांकन पत्रों की छंटनी की तिथि बुधवार, 22 जनवरी होगी, तथा नामांकन वापसी की अंतिम तिथि शुक्रवार, 24 जनवरी रखी गई है। दिल्ली में विधानसभा की 70 सीटें हैं जिसमें से 58 सामान्य श्रेणी की है जबकि 12 सीटें अनुसूचित जाति के लिये आरक्षित हैं।
दिल्ली में मुख्य मुकाबला सत्तासीन आम आदमी पार्टी और केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के बीच है, हालांकि कांग्रेस की स्थिति भी पिछले चुनाव के मुकाबले मज़बूत लग रही है। दिल्ली में विधानसभा चुनाव 2015 में आप ने ऐतिहासिक जीत हासिल कर राष्ट्रीय राजधानी की 70 में से 67 विधानसभा सीटों पर कब्ज़ा किया था, और शेष तीनों सीटें बीजेपी के खाते में गई थीं जबकि कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.