पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के सामाजिक कार्यकर्ता अमजद मिर्जा का कहना है कि करतारपुर कॉरिडोर खोलने के पीछे पाकिस्तान की बेहद कपटपूर्ण सोच है। उन्होंने कहा कि कश्मीर सीमा पर बुरी तरह मात खाने के बाद पाकिस्तान के आर्मी जनरल बौखला गए और उन्होंने भारत में शांति और सद्भाव बिगाड़ने का दूसरा रास्ता ढूंढ निकाला। मिर्जा अभी स्कॉटलैंड में निर्वासित जिंदगी जी रहे हैं।
मिर्जा ने कहा, 'पाकिस्तान ने यह फैसला अभी क्यों लिया? उन्होंने 73 साल बाद यह फैसला क्यों लिया? उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि कश्मीर, जहां वह आतंकवाद फैलाया करते थे, उसका रास्ता बंद हो चुका है। इस कारण पाकिस्तानी आर्मी, जो पाकिस्तान का असली शासक है, पर आम नागरिकों का भरोसा डिगने लगा। अब इस गलियारे से जरिए वे खालिस्तानी कट्टरपंथियों का इस्तेमाल पंजाब में शांति और सद्भाव का माहौल बिगाड़ने के लिए करेंगे।'
करतापुर गलियारे का उद्घाटन इस महीने हुआ है जिससे भारत के सिख श्रद्धालुओं को बिना वीजा के पाकिस्तान के करतारपुर जाने का अनुमति दी गई है। इसके लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कई बार अपनी पीठ थपथपाई। लेकिन, मिर्जा कहना है कि पाकिस्तान किसी के कल्याण की नहीं सोचता है, उसके दिमाग में भारत विरोधी साजिश चलती रहती है।
मिर्जा ने कहा, 'अगर वे (पाकिस्तान सरकार और आर्मी) लोगों की भावना का इतना ही कद्र करते हैं तो उन्हें लदाख और कश्मीर का रास्ता भी खोलना चाहिए। लेकिन, वे ऐसा कभी नहीं करेंगे क्योंकि जब सीमापार से लोग एक-दूसरे मिलेंगे तो (पाकिस्तान के खिलाफ) एकजुट भी हो जाएंगे।'
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.