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सांकेतिक तस्वीरSANJAY KANOJIA/AFP/Getty Images

शिवसेना ने गुरुवार को अयोध्या मुद्दे पर वरिष्ठ सहयोगी बीजेपी पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि विवादित स्थल पर राम मंदिर का निर्माण पार्टी के लिए एक और 'जुमला' बन गया है और वही उसके सत्ता से बाहर होने का कारण बनेगा.

शिवसेना ने कहा है कि बीजेपी के लिए राम मंदिर जुमला बन गया है. राम मंदिर के नाम पर सत्ता में आने वाली बीजेपी अब इसी कारण सत्ता से बाहर होगी. लोग उनका जुमला समझ गए हैं और इसी का नतीजा है कि उन्हें तीन राज्यों में करारी हार मिली है. हार के बाद भी बीजेपी कुंभकर्ण की तरह नींद में सो रही है.

इस दौरान शिवसेना ने बीजेपी पर तंज करते हुए पूछा कि भगवान राम के अच्छे दिन कब आएंगे.

गुरुवार को शिवसेना ने कहा कि आरएसएस सरसंघचालक मोहन भागवत ने भगवद गीता के उपदेशों के संदर्भ में जो कुछ भी कहा, पार्टी उससे सीख लेने को तैयार नहीं है. शिवसेना ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर बीजेपी के अंदर भी दबाव है.

उसने पूछा, लेकिन भगवान राम के लिए 'अच्छे दिन' कब आयेंगे. उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी ने कहा, 'मोहन भागवत ने भगवद गीता का हवाला देते हुए कहा, 'जो मैं करता हूं वही अच्छा. मैंने किया, मैंने किया, मैंने किया, ऐसा अहंकार करनेवाले किस काम के?' उन्होंने बीजेपी के लिए एक मार्गदर्शक सिद्धांत दिया है.'

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शिवसेना ने पार्टी के मुखपत्र सामना में छपे संपादकीय में कहा, 'लेकिन इसका क्या फायदा? यह सरकार तो तीन राज्यों में मिली हार के बावजूद कुंभकर्ण की तरह नींद से उठने को तैयार नहीं है.' उन्होंने कहा कि पूरा देश मंदिर निर्माण चाहता है. यही वजह है कि 2014 में बीजेपी को वोट मिला.

पार्टी ने कहा कि हालांकि, ऐसा लगता है कि यह मुद्दा भी पार्टी के लिए एक और 'जुमला' बन गया है. इसकी 'सत्ता से वापसी' की यात्रा अब शुरू हो गयी है. बीजेपी पर तंज कसते हुए संपादकीय में लिखा गया है कि भगवान राम के अच्छे दिन कब आयेंगे, जो 25 बरस से खुले तंबू में रह रहे हैं, जबकि सत्ता पर बैठे लोग अपनी कुर्सियां गर्म कर रहे हैं.

हालांकि बुधवार को एक टीवी चैनल द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बीजेपी प्रमुख अमित शाह ने कहा कि अगर सुप्रीम कोर्ट बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में हर दिन सुनवाई करे, तो फैसला आने में 10 दिन से अधिक समय नहीं लगेगा.