प्रवर्तन निदेशालय ने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गाँधी के दामाद और व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा और उनकी कंपनियों से जुड़े कुछ लोगों के ठिकानों पर छापा मारा है. ये छापे रक्षा सौदे में कुछ लोगों द्वारा कथित रिश्वत लेने के संबंध में मारे गए हैं. अधिकारिक सूत्रों ने रक्षा सौदे के बारे में जानकारी देने से इंकार कर दिया.
Delhi: Enforcement Directorate (ED) leaves from Robert Vadra's office in Sukhdev Vihar with documents. ED officials yesterday conducted raids at three locations of Vadra in Delhi pic.twitter.com/9FcOd3ZoeB
— ANI (@ANI) December 7, 2018
मिली जानकारी के मुताबिक, वाड्रा के करीबीयों के तीन ठिकानों पर ईडी ने छापा मारा है. छापों के दौरान वाड्रा के वकील ने कहा कि उनके लोगों को भीतर बंद कर दिया गया है और किसी को भी अंदर जाने की इजाजत नहीं है. उनके वकील ने कहा कि यह जेल में कैद करने की तरह है जो गलत है. बता दें कि जिन लोगों को भीतर बंद किया गया है वे स्काई लाइट हॉस्पिटैलिटी के लिए काम करते हैं.
प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, ईडी ने बेंगलुरू में भी वाड्रा के करीबीयों के ठिकानों पर छापा मारा गया है. जानकारी के मुताबिक, जिन लोगों के ठिकानों पर छापा मारा गया है उनके बैंक अकाउंट में डिफेंस सप्लायर्स की तरफ से बड़ी रकम ट्रांसफर की गई है. इसका सबूत प्रवर्तन निदेशालय के पास है.
वाड्रा के वकील सुमन ज्योति खेतान ने इन छापों को 'बदले की राजनीति और दुर्भावनापूर्ण बताया.'खेतान ने कहा, "पांच वर्षो से, वर्तमान सरकार ने मेरे मुवक्किल वाड्रा को डराने, उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने का हरसंभव प्रयास किया है. सरकार ने बदनीयती और उनकी छवि को बिगाड़ने और उनके परिजनों पर निशाना साधने के लिए ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग समेत सभी एजेंसियों का इस्तेमाल किया."
उन्होंने कहा, "इसी इरादे से जयपुर और दिल्ली के ईडी अधिकारियों ने सुखदेव विहार, नई दिल्ली के कार्यालयों पर छापा मारा और इसके साथ ही नोएडा स्थित उनके सहयोगी के आवास पर छापा मारा. "उन्होंने कहा, "छापे पूरी तरह से अवैध तरीके से सुबह से ही मारे जा रहे हैं और किसी भी कर्मचारी को परिसरों में जाने की अनुमति नहीं है."
Sky Light Hospitality's lawyer: They were here since around 10 am yesterday & harassing our employees. They didn't even tell employees that they are from ED. Around 14 people were there in the end. They've left at around 3 am. They are harassing us since 2015 and are desperate pic.twitter.com/ZSX7iQSAqi
— ANI (@ANI) December 7, 2018
खेतान ने कहा, "इससे भी ज्यादा आश्चर्यजनक यह है कि सरकार या ईडी बार-बार आग्रह करने के बाद भी कार्यालय खोलने के लिए कर्मचारियों का इंतजार नहीं कर रहे थे." उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने अवैध रूप से दरवाजों और तालों को तोड़ दिया और कार्यालय में प्रवेश कर गए. उन्होंने कार्यालय के सभी केबिन के ताले भी तोड़ दिए हैं. ईडी अधिकारी कार्यालय के अंदर हैं और वे न तो वकील को अंदर जाने दे रहे हैं, और न किसी अन्य प्रतिनिधि को ही.
वहीं, ईडी की छापेमारी की कार्रवाई से भड़की कांग्रेस ने मोदी सरकार पर तानाशाही रवैया अपनाने और गैर कानूनी छापेमारी करवाने का आरोप लगाया है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में सुनिश्चित हार ने पीएम मोदी को हतोत्साहित कर दिया है. लिहाजा वो मुद्दे को डायवर्ट करने के लिए पुरानी चाल अपना रहे हैं और रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ बदले की कार्रवाई कर रहे हैं.