-
IANS

देश की दूसरी सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी इंफोसिस का शेयर मंगलवार को 16 प्रतिशत तक गिर गया. इसके चलते निवेशकों को 52,622 करोड़ का घाटा उठाना पड़ा है.

कंपनी के शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ लघु अवधि में लाभ बढ़ाने के लिए अनैतिक कारोबारी गतिविधियों में शामिल होने की विसलब्लोअर समूह की शिकायत को लेकर बाज़ार में चिंता देखी गयी. इसके चलते सुबह में कारोबार के दौरान कंपनी का शेयर 16 प्रतिशत तक गिर गया.

बीएसई पर कंपनी का शेयर 15.94 प्रतिशत गिरकर 645.35 रुपये पर आ गया. वहीं एनएसई पर यह 15.99 प्रतिशत घटकर 645 रुपये प्रति शेयर रह गया.

शुक्रवार को इंफोसिस का शेयर 767.75 रुपये के भाव पर बंद हुआ था. हालांकि यह 691 रुपये के भाव पर आज खुला लेकिन कुछ देर में ही इसमें 16 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई और ये 645.35 रुपये के भाव पर पहुंच गया.

इस दर पर आते ही कंपनी का मार्केट कैप कम होकर 277450 करोड़ रुपये के करीब रह गया, जबकि शुक्रवार को ये करीब 330073 करोड़ रुपये के करीब था. इसका मतलब एक ही झटके में निवेशकों को 52622 करोड़ रुपये का नुकसान हो गया.

व्हिसलब्लोअर समूह ने कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सलिल पारेख और मुख्य वित्त अधिकारी निलांजन रॉय के खिलाफ लघु अवधि में आय और लाभ बढ़ाने के लिए 'अनैतिक कामकाज' में लिप्त होने का आरोप लगाया है. उनकी इस शिकायत को सोमवार को कंपनी की प्रक्रिया के अनुरूप ऑडिट समिति के सामने रखा गया.

रिपोर्टों के अनुसार शिकायत करने वाला समूह खुद को 'नैतिक कर्मी' बता रहा है.

मंगलवार को एक बयान में कंपनी के चेयरमैन नंदन नीलेकणि ने कहा कि कंपनी की ऑडिट समिति इस मामले में एक स्वतंत्र जांच करेगी.

इंफोसिस के चेयरमैन नंदन नीलेकणि ने मंगलवार को कहा कि कंपनी की ऑडिट समिति मुख्य कार्यकारी अधिकारी सलिल पारेख और मुख्य वित्त अधिकारी निलांजन रॉय के खिलाफ व्हिसिलब्लोअर समूह द्वारा लगाए गए आरोपों की स्वतंत्र जांच करेगी.

खुद को 'नैतिक कर्मी' बताने वाले कंपनी के एक व्हिसलब्लोअर समूह ने पारेख और रॉय के खिलाफ लघु अवधि में आय और लाभ बढ़ाने के लिए 'अनैतिक कामकाज' में लिप्त होने का आरोप लगाया है. उनकी इस शिकायत को कंपनी की व्हिसलब्लोअर नीति के अनुरूप सोमवार को ऑडिट समिति के सामने रखा गया.

शेयर बाज़ार को दी सूचना में नीलेकणि ने एक बयान में कहा कि समिति ने स्वतंत्र आंतरिक ऑडिटर ईकाई और कानूनी फर्म शारदुल अमरचंद मंगलदास एंड कंपनी से स्वतंत्र जांच के लिए परामर्श शुरू कर दिया है.

नीलेकणि ने कहा कि कंपनी के निदेशक मंडल के सदस्यों में से एक को 20 और 30 सितंबर 2019 को दो अज्ञात शिकायतें प्राप्त हुईं थीं.

कंपनी ने सोमवार को व्हिसलब्लोअर की शिकायत को ऑडिट समिति के समक्ष पेश करने जानकारी दी थी.

साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.