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सांकेतिक तस्वीरTwitter/@INCIndia

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि उनकी पार्टी का घोषणापत्र भारत के लोगों की सोच की अभिव्यक्ति है। उन्होंने गरीबों के लिए 'न्याय' या न्यूनतम आय योजना से मध्यम वर्ग पर बोझ पड़ने की बात को खारिज कर दिया। गांधी ने कहा कि अगर उनकी कांग्रेस पार्टी सत्ता में आई, तो गरीब परिवारों को मिनिम इनकम के तौर पर हर साल 72,000 रुपये देगी, जिससे करीब 25 करोड़ लोगों को फायदा होगा। कांग्रेस अध्यक्ष ने इस कदम को गरीबी पर 'सर्जिकल स्ट्राइक' बताया है।

पुणे में छात्रों से बातचीत में राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें बिना सोचे-समझे बयान देना पसंद नहीं हैं। उन्होंने कहा, 'सभी पक्षकारों से विचार-विमर्श के बाद घोषणापत्र तैयार किया गया है। न्याय योजना को लागू करने के लिए मिडल क्लास पर इनकम टैक्स नहीं लगाया जाएगा और न ही इनकम टैक्स बढ़ाया जाएगा। अगर उनकी पार्टी सत्ता में आई, तो इस योजना में हर साल गरीब लोगों के बैंक खातों में 72,000 रुपये जमा कराए जाएंगे।' मिनिमम इनकम गारंटी स्कीम से राजकोष में 3.26 लाख करोड़ रुपये का खर्च बढ़ने का अनुमान है। इस योजना की आलोचना कर रही बीजेपी ने पूछा है कि इसके लिए पैसा कैसे आएगा?

आरजे मलिष्का और अभिनेता सुबोध भावे द्वारा आयोजित संवाद में गांधी ने राजनीति से लेकर अपनी निजी जिंदगी और बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ रिश्तों के बारे में कई सवालों के जवाब दिए। उन्हें साहसी बताने वाले प्रियंका के टि्वटर पोस्ट के बारे में पूछे जाने पर गांधी ने जवाब दिया, 'मैं दृढ़ हूं, मैं कमजोर लोगों के लिए खड़ा हूं।' उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज्य और केंद्रीय विधायिका में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाने के लिए संसद और विधानसभा में उन्हें 33 फीसदी आरक्षण देने के लिए प्रतिबद्ध है। गांधी ने नोटबंदी को 'विध्वंसकारी विचार' बताया जिसका अर्थव्यवस्था पर भयंकर असर पड़ा। उन्होंने कहा कि 2016 में घोषित की गई नोटबंदी से जीडीपी वृद्धि में दो प्रतिशत की गिरावट आई और लाखों नौकरियां गईं।

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राहुल ने कहा कि पहले योजना आयोग रणनीति संबंधी संस्थान हुआ करता था जबकि उसके स्थान पर बना नीति आयोग केवल कार्यान्वयन और कार्यनीति की बात करता है। कांग्रेस के घोषणापत्र में मोदी सरकार द्वारा बनाए थिंक टैंक नीति आयोग को हटाने का वादा करने पर एक सवाल के जवाब में गांधी ने कहा, 'हमें रणनीतिक रूप से सोचने वाले संस्थानों की जरूरत है कि राष्ट्रीय स्तर पर क्या किया जाना चाहिए। कार्यान्वयन और कार्यनीति राज्य तय कर सकते हैं।' गांधी ने कहा कि कांग्रेस अगर सत्ता में आई तो वह स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा क्षेत्र को मजबूत बनाने पर ध्यान केंद्रित करेगी।

यह पूछे जाने पर कि बालाकोट हवाई हमले का श्रेय किसे लेना चाहिए, उन्होंने कहा, 'भारतीय वायु सेना को श्रेय लेना चाहिए। यह महत्वपूर्ण है कि लोग जानते हैं कि वे भारत के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकते।' कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वह हवाई हमले का राजनीतिकरण करने के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा, 'मैं असहस महसूस करता हूं कि प्रधानमंत्री ने वह किया। लेकिन वह उनकी मर्जी है।'

उन्होंने कहा कि वह यह दावा नहीं करते कि उनके पास सभी सवालों का जवाब हैं। उन्होंने कहा, 'मैं चाहता हूं कि आप मुझे असहज महसूस कराएं ताकि मैं वापस जाऊं और सवालों का जवाब तलाशना शुरू करूं।' लोकमान्य तिलक और बाल गंधर्व पर बायोपिक में काम कर चुके भावे ने कहा कि वह उनपर (गांधी पर) बायोपिक में काम करना चाहते हैं और जब यह पूछा कि उसमें हीरोइन किसे होना चाहिए, इस पर गांधी ने कहा, 'दुर्भाग्य से मैंने अपने काम से शादी कर ली है।'

सोशल मीडिया पर आलोचना का सामना करने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'जो आभासी वास्तविकता में जीना चाहते हैं, वे ऐसा कर सकते हैं। लेकिन कोई भी सच्चाई से नहीं भाग सकता।' उन्होंने कहा, 'अंत में आपको इसका सामना करना पड़ेगा। मैं वास्तविकता में जीता हूं। हिंसा से किसी को फायदा नहीं मिलता। यह केवल विश्वास की झूठी भावना देता है।' एक सवाल के जवाब में गांधी ने कहा, 'मैं मोदी को प्यार करता हूं। सच में उनके प्रति मेरे दिल में कोई नफरत या गुस्सा नहीं है।'