भारतीय जांच एजेंसियां लंदन में रह रहे बांग्लादेशी सेना के एक पूर्व कर्नल और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के बीच गहरी सांठगांठ की जांच कर रही हैं। एजेंसियों को शक है कि बंदूकों के व्यापार में संलिप्तता के आरोपी बांग्लादेशी सैन्य अधिकारी का संबंध भारत की पूर्वी सीमा से संचालित दाऊद इब्राहिम की अंडरवर्ल्ड गतिविधियों से है।
ब्रिटेन के प्रमुख दैनिक समाचारपत्र 'द संडे टाइम्स' में एक रिपोर्ट के प्रकाशित होने के बाद खुफिया एजेंसियों को दाऊद और बांग्लादेशी सैन्य अधिकारी के बीच संबंधों की जांच करने के लिए मजबूर कर दिया। द संडे टाइम्स के 25 मई के अंक में प्रकाशित विशेष रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि पूर्व कर्नल मोहम्मद शाहिद उद्दीन खान पर बांग्लादेश में आतंकवादी संगठनों को धन मुहैया कराने (टेरर फंडिंग), हथियारों की सौदेबाजी और धनशोधन के आरोप हैं। समाचारपत्र के अनुसार, पूर्व कर्नल के ब्रिटेन में राजनीतिक संपर्क हैं और उन्होंने एक सांसद को धन दिया है।
सूत्रों ने बताया कि पूर्व बांग्लादेशी कर्नल संदिग्ध परिस्थितियों में 2009 में लंदन में बस गए थे। कहा जाता है कि उनका व्यापार दुबई के साथ-साथ ब्रिटेन में भी संचालित है। दाऊद इब्राहिम गिरोह पर जारी हालिया डोजियर के अनुसार, डी कंपनी भारतीय मुद्रा के जाली नोट (एफआईसीएन) और प्रतिबंधित नशीले पदार्थो की तस्करी में संलिप्त है। ये अवैध गतिविधियां नेपाल और बांग्लादेश से संचालित होती हैं।
हाल ही में काठमांडू स्थित त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर बड़ी संख्या में बरामद एफआईसीएन के संबंध में नेपाल स्थित पाकिस्तानी दूतावास के एक कर्मी की भूमिका भी सामने आई थी। भारतीय एजेंसियों की सूचना के आधार पर नेपाल पुलिस ने एफआईसीएन गिरोह का भंडाफोड़ कर दाऊद इब्राहिम के सहयोगी यूनुस अंसारी तथा तीन पाकिस्तानी नागरिक गिरफ्तार किए थे।
सूत्रों ने कहा कि भारतीय एजेंसियां फिलहाल जाली मुद्रा तथा हथियारों की सौदागरी के मामलों में डी कंपनी और बांग्लादेश के पूर्व कर्नल के बीच संबंधों की जांच कर रही हैं। बांग्लादेश की पुलिस की काउंटर टेरेरिज्म एंड ट्रांसनेशनल क्राइम (सीटीटीसी) इकाई ने इसी साल जनवरी में पूर्व कर्नल के ढाका स्थित एक घर पर छापा मारा था। कहा जाता है कि इस कार्यवाही में पूर्व कर्नल के घर से महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए थे।
आईएएनएस ने हालांकि लंदन में मोहम्मद शाहिद उद्दीन से संपर्क करने की काफी कोशिश की, लेकिन यह खबर प्रकाशित होने तक उनसे संपर्क नहीं हो सका।
वहीं दूसरी तरफ, अपनी विशेष रिपोर्ट में कर्नल की भूमिका का खुलासा करने वाले द संडे टाइम्स के घरेलू मामलों के संवाददाता टॉम हार्पर ने ट्वीट कर कहा है कि पूर्व कर्नल खान ने अवैध धन से दो घर खरीदे हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवाद-निरोधक पुलिस को पूर्व कर्नल के बांग्लादेश स्थित घर से हथियार, जाली मुद्रा तथा जेहादी तत्व मिलने के बाद उन पर मामला दर्ज कर दिया गया था। टॉम ने एक अन्य ट्वीट में खुलासा किया था कि कर्नल ने टैरर फंडिंग के आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि उन्हें बांग्लादेशी सरकार फंसा रही है।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी आईएएनएस द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।