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गुरुवार को तीन तलाक विधेयक पर चर्चा के दौरान लोकसभा की पीठासीन स्पीकर रमा देवी पर अमर्यादित टिप्पणी करने के मामले में समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान बुरी तरह घिर गए हैं। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने आजम खान को अपने बयान पर सदन में बिना शर्त माफी मांगने को कहा है। शुक्रवार, 26 जुलाई को इस मुद्दे पर लोकसभा में जबरदस्त हंगामा होने के बाद आयोजित हुई सर्वदलीय बैठक के बाद स्पीकर इस नतीजे पर पहुंचे कि एसपी सांसद आजम खान को बीजेपी सांसद रमा देवी से सदन में माफी मांगनी चाहिए और ऐसा न करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।

संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने बताया कि लोकसभा स्पीकर एसपी सांसद आजम खान को सदन में अपने बयान के लिए माफी मांगने को कहेंगे। जोशी ने बताया, 'स्पीकर आजम खान से रमा देवी पर दिए उनके बयान के लिए सदन में बिना शर्त माफी मांगने को कहेंगे। अगर वह ऐसा नहीं करेंगे तो स्पीकर उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए अधिकृत हैं।'

इस मुद्दे पर शुक्रवार को भी संसद में हंगामा हुआ और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विभिन्न दलों के नेताओं एवं सदस्यों की बात सुनने के बाद अंत में कहा कि वह सभी दलों के नेताओं के साथ बैठक कर इस बारे में कोई निर्णय करेंगे। उसके बाद शुक्रवार को ही उन्होंने सर्वदलीय बैठक की। बैठक में अधीर रंजन चौधरी, जयदेव गल्ला, दानिश अली, सुप्रिया सुले और विपक्ष के कई अन्य नेता भी शामिल हुए।

सूत्रों ने बताया कहा कि विभिन्न दलों के नेताओं की राय है कि यह संदेश जाना चाहिए कि महिलाओं की गरिमा और सम्मान को ठेस पहुंचाने वाली इस तरह की कार्रवाई के प्रति लोकसभा का रवैया कतई बर्दाश्त नहीं करने वाला हो। पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी आजम के बयान की निंदा करते हुए उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी सजा की मांग की है।

बता दें कि तीन तलाक विधेयक पर चर्चा में हिस्सा लेने के लिए गुरुवार को एसपी नेता आजम खान जब अपनी सीट से उठे तो उन्होंने पीठासीन अध्यक्ष को संबोधित करते हुए अभद्रता की जो वहां मौजूद सांसदों को नागवार गुजरी। उस वक्त तो रमा देवी ने सदन चलने दिया, लेकिन उसके बाद उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से अपील की कि वह आजम के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें।

निचले सदन में शुक्रवार को शून्यकाल के दौरान बीजेपी की संघमित्रा मौर्य ने इस पर सदन में प्रस्ताव रखा। इस दौरान चर्चा में हिस्ला लेने वाले महिला व पुरुष सांसदों ने एक सुर में आजम के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की ताकि यह नजीर बन सके। केंद्रीय मंत्री केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, स्मृति इरानी, बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी, टीएमसी सांसद मिमी चक्रवर्ती, एनसीपी की सुप्रिया सुले, अपना दल की अनुप्रिया पटेल और डीएमके की कनिमोई ने इस मुद्दे पर चर्चा में हिस्सा लिया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कल जो घटना हुई वह अत्यंत निंदनीय है । कोई महिला बड़ी कठिनाई से ऐसे पद तक पहुंचती है और उसे ऐसा अपमान सहना पड़े, यह ठीक नहीं है।

इस दौरान पहली बार निर्वाचित होकर संसद पहुंची मिमी ने कहा कि सांसद बनने के बाद वह सीखने की प्रक्रिया में आगे बढ़ रही है लेकिन गुरुवार को जो घटना घटी, वह सीखने की प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हो सकता । वहीं, सुप्रिया सुले ने कहा कि गरुवार की घटना से सिर शर्म से झुक गया है। जबकि मीनाक्षी लेखी ने कानून के मुताबिक आजम के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

इस मुद्दे पर बीजेपी, कांग्रेस, एआईएमआईएम और जेडीयू सहित विभिन्न पार्टियों के पुरुष सांसदों ने हिस्सा लिया।चर्चा में हिस्सा लेते हुए कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आजम खान को या तो माफी मांगनी चाहिए और अगर वह ऐसा नहीं करते तो उन्हें निलंबित कर दिया जाना चाहिए। कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने घटना को गलत करार देते हुए कहा कि इस मामले में संसद की आचार समिति या विशेषाधिकार हनन समिति मौजूद है और उसे चर्चा करनी चाहिए। वहीं, टीएमसी के कल्याण बनर्जी ने कहा कि महिला के प्रति चाहे शब्द से या कृत्य से किसी तरह का असम्मान बर्दाश्त नहीं किया जा सकता ।