भारत में बेरोजगारी की दर फरवरी में बढ़कर 7.78 फीसद पर आ गई है, जो कि अक्टूबर 2019 के बाद से सबसे ज्यादा है। इससे पहले जनवरी में बेरोजगारी दर 7.16 फीसद थी।
सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) द्वारा सोमवार को यह आंकड़ा जारी किया गया है। यह आंकड़ा अर्थव्यवस्था पर सुस्ती के प्रभाव को प्रदर्शित करता है। भारतीय अर्थव्यवस्था साल 2019 के आखिरी तीन महीनों में पिछले छह सालों से भी अधिक की सबसे धीमी गति से बढ़ी है।
India's February jobless rate rises to 7.78%, highest in 4 months - CMIE https://t.co/fe2XzWMJPA pic.twitter.com/s8zJuCPc79
— Reuters India (@ReutersIndia) March 2, 2020
तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में देश की अर्थव्यवस्था पिछले छह सालों में सबसे कम रफ्तार से आगे बढ़ी है। विश्लेषकों ने अनुमान लगाया है कि दुनियाभर में कोरोना वायरस प्रकोप के असर के कारण देश की अर्थव्यवस्था की रफ्तार में अभी और गिरावट की संभावना है।
तीसरी तिमाही में देश की आर्थिक विकास दर पछली तिमाही के मुकाबले मामूली बढ़कर 4.7 फीसदी रही है। इससे पहले दूसरी तिमाही में आर्थिक विकास दर 4.5 फीसदी रही थी, जो साढे़ छह वर्षों का निम्न स्तर है।
सीएमआईई के आंकड़ों के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी दर पिछले महीने के 5.97 फीसद के मुकाबले फरवरी में बढ़कर 7.37 फीसद हो गई है। वहीं, शहरी क्षेत्रों में यह पिछली दर 9.70 के मुकाबले गिरकर 8.65 पर आ गई है।
चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-दिसंबर अवधि में भारतीय अर्थव्यवस्था 5.1% की रफ्तार से आगे बढ़ी है, जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के लिए यह आंकड़ा 6.3% था। सरकार ने चालू वित्त वर्ष के लिए 5% आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को बरकरार रखा है, जो 11 साल का न्यूनतम स्तर है। पहली तिमाही में संशोधित वृद्धि दर के 5.6% होने के बावजूद भी 2019-20 में वृद्धि दर 5% रहने का ही अनुमान जताया गया है।
उधर मैन्यूफैक्चरिंग पीएमआई के आंकड़े भी सोमवार को जारी हुए हैं। इन आंकड़ों के अनुसार, मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर की गतिविधियों की रफ्तार जनवरी के मुकाबले फरवरी महीने में धीमी रही है। IHS Markit का मैन्यूफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) जनवरी में 55.3 के स्तर पर था, जो फरवरी में गिरकर 54.5 पर आ गया है। कोरोना वायरस के चीन से बाहर फैलने से ग्लोबल इकोनॉमी को लेकर पैदा हुई चिंताओं के चलते फरवरी महीने में दूसरे देशों से डिमांड जनवरी की तुलना में कम रही है।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी रॉयटर्स द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.