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न्यूयॉर्क की एक लेखिका और लंबे वक्त तक महिलाओं की समस्याओं से जुड़े कॉलम लिखने वाली एक महिला ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप पर यौन हमले का आरोप लगाया है। कथित वाकया 2 दशक से भी ज्यादा पहले का है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने आरोपों को फेक न्यूज कहकर खारिज किया है।

समाचार एजेंसी पीटीआई की खबर के मुताबिक, 75 साल की लेखिका ई. जीन कैरोल ने अपनी नई किताब 'वॉट डु वी नीड मेन फॉर?' में लिखा है कि ट्रंप ने 1990 के दशक के मध्य में न्यूयॉर्क सिटी के एक डिपार्टमेंट स्टोर के ड्रेसिंग रूम में उनपर यौन हमला किया। आने वाली किताब के प्रमुख अंश न्यू यॉर्क मैगजीन की वेबसाइट पर प्रकाशित हुए हैं।

हालांकि कैरोल, पुस्तक के प्रकाशित अंश में ट्रंप का नाम नहीं ले रही हैं, लेकिन हेडलाइन में उनका नाम जरूर है। हेडलाइन है 'वाहियात आदमी डोनल्ड ट्रंप ने 23 साल पहले बेर्गडोर्फ गुडमैन डिपार्टमेंट स्टोर में मुझ पर यौन हमला किया। लेकिन मेरे जीवन के खराब मर्दों की सूची में वह अकेले नहीं हैं।'

किताब के मुताबिक वह डिपार्टमेंट स्टोर में रिएल एस्टेट मुगल ट्रंप से मिलीं। लेखिका का दावा है कि उस दौरान ट्रंप हिंसक हो गए और ड्रेसिंग रूम में उनका रेप किया।

एली मैगजीन के लिए लंबे समय तक अडवाइस कॉलमिस्ट रहीं कैरोल उन 16 महिलाओं में शामिल हैं, जिन्होंने ट्रंप पर सार्वजिनिक तौर पर यौन दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। इनमें से ज्यादातर महिलाओं ने 2016 के राष्ट्रपति चुनाव से कुछ हफ्ते पहले ही ये आरोप लगाए।

कैरोल के आरोपों को ट्रंप ने तत्काल खारिज किया है। एक बयान जारी कर ट्रंप ने कहा कि वह कभी कैरोल से मिले तक नहीं हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि यह लेखिका का किताब बेचने के लिए हथकंडा है। उन्होंने बयान में कहा कि इस किताब को फिक्शन सेक्शन में बेचा जाना चाहिए।

ट्रंप ने अपने बयान में कहा, 'उन लोगों को शर्म आना चाहिए जो हमलों की झूठी कहानियां गढ़ते हैं। ये पब्लिसिटी के लिए या फिर किताब बेचने या फिर राजनीतिक अजेंडे के लिए ऐसा करते हैं, जैसे जूली स्वेटनिक ने जस्टिस ब्रेट कावनॉग पर राजनीतिक अजेंडे के तहत झूठे आरोप लगाए थे।'

साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।