उत्तर प्रदेश की अमेठी लोकसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार स्मृति ईरानी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के बीच वार-पलटवार का दौर जारी है। रविवार को स्मृति ईरानी ने प्रियंका गांधी के एक आरोप का जवाब देते हुए कहा कि यह खुशी की बात है कि प्रियंका अमेठी में मेरे दिन गिन रही हैं लेकिन वह जनता को यह नहीं बता पा रही हैं कि 'लापता सांसद' 15 सालों तक कहां थे?
बता दें कि रविवार को प्रियंका गांधी ने स्मृति ईरानी द्वारा अमेठी में जूते बंटवाने पर तंज कसते हुए कहा था कि वह लोग पैसे और जूते बांटकर राजनीति करते हैं जो कि गलत है। उन्होंने आगे कहा था कि स्मृति 5 साल में 16 बार अमेठी आई हैं और दो-चार घंटे ही रहकर वापस लौट गई हैं।
रविवार को अमेठी में चुनाव-प्रचार के दौरान केंद्रीय मंत्री ने मीडिया से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह उनके लिए खुशी की बात है कि प्रियंका गांधी गिन रही हैं कि वह कितनी बार अमेठी आईं।
उन्होंने आगे कहा, 'मेरे अमेठी आने की गिनती शायद वह इसलिए कर रही हैं क्योंकि वह जनता को यह बता पाने में असमर्थ हैं कि 'लापता सांसद' 15 सालों तक कहां थे? मैं उनसे निवेदन करती हूं कि वह लोगों को यह जानकारी भी दें।'
स्मृति ने इस दौरान कांग्रेस की देशभक्ति को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, 'यासीन मलिक पर एयर फोर्स के एक अधिकारी की हत्या करने का आरोप है। फिर भी कांग्रेस नेता पीसी चाको ने उसके समर्थन में शनिवार को बयान दिया था।' उन्होंने कहा कि राहुल या प्रियंका में से किसी को चाको के इस बयान की निंदा करनी चाहिए थी।
उन्होंने कहा, ' मैं प्रियंका से पूछना चाहती हूं कि क्या उनकी देशभक्ति दिखाने का यह तरीका है।' उन्होंने प्रियंका को नसीहत देते हुए कहा कि राष्ट्रवाद पर बोलते वक्त उन्हें कांग्रेस के कार्यों की ओर भी नजर जरूर डालनी चाहिए।
बता दें कि पीएम मोदी का नाम लिए बगैर बीजेपी के राष्ट्रवाद पर निशाना साधते हुए प्रियंका ने रविवार को कहा था कि लोकतंत्र और जनता का आदर करना ही सबसे बड़ा राष्ट्रवाद है।