बीएस येदियुरप्पा के कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण करने के कुछ ही घंटों के भीतर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस और जेडी(एस) पर हमला बोला और इन दोनों पर जनादेश का अपमान करने का आरोप लगाया.
बीजेपी 104 साटों के साथ राज्य में सबसे बड़े दल के रूप में सामने आई लेकिन वह सरकार बनाने को आवश्यक बहुमत के आंकड़े से 8 सीट पीछे है. अंतिम क्षणों में प्रयास करते हुए कांग्रेस ने राज्य सरकार बनाने के लिये जेडी(एस) को बिना शर्त समर्थन देने की घोषणा भी की. कर्नाटक की जनता ने खंडित जनादेश दिया है.
कर्नाटक के राज्यपाल ने 16 मई को बीजेपी को राज्य में अगली सरकार बनाने के लिये आमंत्रित किया और उन्हें सदन के पटल पर बहुमत साबित करने को कहा. बीएस येदियुरप्पा ने राज्य के 23वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. कांग्रेस और जेडी(एस), दोनों ने ही इसका खुलकर विरोध किया और इसे 'संविधान का मजाक' बताया.
अमित शाह ने 17 दिसंबर को ट्विटर पर लिखा, ''कांग्रेस अध्यक्ष को शायद अपने दल के गौरवशाली इतिहास के बारे में पता नहीं है. राहुल गांधी के दल की विरासत बेहद डरावनी है. आपातकाल, अनुच्छेद 356 का अपमानजनक दुरुपयोग, अदालतों, मीडिया और नागरिक समाज पर नकेल कसना.''
President of the Congress obviously doesn’t remember the glorious history of his party.
— Amit Shah (@AmitShah) May 17, 2018
The legacy of Mr. Rahul Gandhi’s Party is the horrific Emergency, blatant misuse of Article 356, subverting the courts, media and civil society.
उन्होंने दावा किया कि उनके दल को जनादेश मिला है.
''कर्नाटक का जनादेश किसके पक्ष में है? 104 सीट जीतने वाली बीजेपी के साथ या फिर 78 सीट हारने वाली कांग्रेस के साथ, जिसका अपना मुख्यमंत्री और कई मंत्री भी चुनाव में बुरी तरह हार गए हैं. जेडी(एस) सिर्फ 37 सीट जीती है और कई पर उसकी जमानत जब्त हुई है. जनता सब समझती है और बुद्धिमान है.''
Who has the people’s mandate in Karnataka?
— Amit Shah (@AmitShah) May 17, 2018
The BJP, which has won 104 seats.
Or
Congress which dropped to 78 seats, whose own CM and Ministers lost by big margins.
JD(S) who won only 37 seats and lost their deposits on several others.
People are wise to realise.
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष यहीं नहीं रुके और उन्होंने निहित स्वार्थों के लिये लोकतंत्र की हत्या करने को लेकर कांग्रेस और जेडी(एस) की निंदा की. '''लोकतंत्र की हत्या'' तो उसी समय हो गई थी जब हताश कांग्रेस ने कर्नाटक की बेहतरी के लिए नहीं बल्कि छोटे राजनीतिक लाभ के लिये जेडी(एस) के समर्थन की घोषणा की थी. शर्मनाक!''
The ‘Murder of Democracy’ happens the minute a desperate Congress made an ‘opportunist’ offer to the JD(S), not for Karnataka’s welfare but for their petty political gains. Shameful!
— Amit Shah (@AmitShah) May 17, 2018