गोकशी की घटना के बाद उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में हुई हिंसक घटनाओं के बाद अब मेरठ जोन में पुलिसवाले ग्राम सभाओं का आयोजन कर स्थानीय निवासियों को गोवध के खिलाफ प्रतिज्ञा दिलाने में जुटे हैं. इसके अलावा पुलिसकर्मी ऐसे लोगों का बहिष्कार करने की अपील भी कर रहे हैं, जो गोहत्या में शामिल हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा जारी किये गए एक वीडियो में पुलिस अधिकारी लोगों को शपथ दिला रहे हैं, 'आज के बाद गांव में, गांव के आसपास गोकशी नहीं होने देंगे और जो गोकशी करेगा उसका सामाजिक बहिष्कार करेंगे और पुलिस के हवाले करेंगे. जय हिंद, जय भारत.'
#WATCH: Pledge administered to locals by police in a village in Meerut, "we take a pledge that cow slaughtering won't be allowed in our village & nearby areas. We"ll also be socially boycotting those involved in such acts & will hand them over to the police. Jai Hind, Jai Bharat" pic.twitter.com/KBW3XtAozx
— ANI UP (@ANINewsUP) December 14, 2018
पुलिस ने गांव वालों को जागरुक बनने को कहा है और ये भी कहा है कि अगर उनकी नजर में इस तरह का मामला हो तो वे उनकी रिपोर्ट दर्ज करवाएं.
मेरठ के एसपी राजेश कुमार ने बताया कि पुलिस लोगों को गौहत्या में शामिल ना होने के लिए शपथ दिलवाई है क्योंकि इस तरह के मामलों से कानून व्यवस्था बेहद खराब हो जाती है. उन्होंने बताया कि जिस परिवार का पेशा ही यही है गौहत्या से ही उनके परिवार का पालन-पोषण होता है तो ऐसे में हम पूरे परिवार के खिलाफ भी कार्रवाई करेंगे.
SP Meerut Rajesh Kumar: The Station House Officer (SHOs) of police stations are holding meetings in villages that are infamous for cow slaughtering like Kithore, Malyana, and making villagers pledge against cow slaughter. It has made a good impact. pic.twitter.com/CM8N0S0Nlw
— ANI UP (@ANINewsUP) December 14, 2018
इस तरह के मामलों पर एहतियात बरतने के लिए पुलिस ग्राम पंचायत, चौकीदार औऱ लेखपाल से भी मुलाकात कर रही है और उन्हें कह रही हैं कि वे इलाकों में इस तरह के मामलों पर करीब से अपनी नजर बनाए रखें.
कुमार ने बताया कि हम सभी तरह के एहतियात बरतने की पूरी कोशिश कर रहे हैं ताकि इस तरह की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं भविष्य में ना हो पाएं. हम इस बात को भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि गौहत्या का आरोपी कभी भी कानून के हाथों से बच ना पाए.
पुलिसकर्मी ग्रामीणों को गोहत्या के परिणामों और नियमों के बारे में भी सूचित कर रहे हैं. यही नहीं लोगों को इस बारे में जानकारी देने का काम पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में किया जा रहा है.
बता दें कि ग्रामीणों को ऐसे मामलों की सूचना न सिर्फ पुलिस को देने की अपील की जा रही है बल्कि ऐसे कार्यों में शामिल लोगों का सामाजिक रूप से बहिष्कार करने के लिए भी कहा जा रहा है.