चुनावी मौसम में बीजेपी ने राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रमुख मुद्दा बनाया है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी ने गुरुवार को बड़ा दावा कर बढ़त हासिल करने की कोशिश की है। जी हां, मुख्य विपक्षी पार्टी ने दावा किया है कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार के दौरान 6 सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी। पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक सूची भी जारी की। कांग्रेस ने कहा कि उसने सैन्य अभियानों से राजनीतिक लाभ लेने की कभी कोशिश नहीं की। उधर, बीजेपी नेता अरुण जेटली ने विपक्षी दल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उसकी सर्जिकल स्ट्राइक अदृश्य और अज्ञात थी।
कांग्रेस प्रवक्ता राजीव शुक्ला ने कहा कि यूपीए सरकार ने 6 सर्जिकल स्ट्राइक की थी- पुंछ के भट्टल सेक्टर में (19 जून 2008), केल में शारदा सेक्टर, नीलम नदी घाटी के पार (30 अगस्त-1 सितंबर 2011), सावन पात्रा चेकपोस्ट (6 जनवरी 2013), नाजपीर सेक्टर (27-28 जुलाई 2013), नीलम घाटी (6 अगस्त 2013) और एक सर्जिकल स्ट्राइक 23 दिसंबर 2013 को की गई थी।
Rajiv Shukla, Congress: One surgical strike was carried out on January 6, 2013 at Sawan Patra Checkpost; one on July 27 & July 28, 2013 at Nazapir Sector; August 6, 2013 at Neelam Valley; & one on January 14, 2014. (2/2) https://t.co/NMJWyuv8SL
— ANI (@ANI) May 2, 2019
उन्होंने बीजेपी के नेतृत्व वाली अटल बिहारी वाजपेयी की पिछली एनडीए सरकार के दौरान की गई 2 सर्जिकल स्ट्राइक की भी सूची जारी की। ये सर्जिकल स्ट्राइक नादला एन्क्लेव, नीलम नदी के पार (21 जनवरी 2000) और पुंछ में बरोह सेक्टर (18 सितंबर 2003) को की गई थी। गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक अखबार को दिए साक्षात्कार में कहा था कि यूपीए सरकार के दौरान कई सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी, जिसके बाद दोनों पार्टियों के बीच जुबानी जंग छिड़ गई।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने कहा कि मनमोहन सिंह सरकार ने 2008 में मुंबई आतंकवादी हमले के बाद आतंकवादियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की थी। कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक ने कहा, 'जब पूर्व प्रधानमंत्री और (एक पूर्व) सेना प्रमुख का कहना है कि पहले भी सर्जिकल स्ट्राइक हुई थी तो वित्त मंत्री कहते हैं कि ये अदृश्य हमले थे और वह न केवल वाजपेयी और मनमोहन सिंह पर सवाल उठा रहे हैं, बल्कि सेना और उस समय के सेना प्रमुखों द्वारा दिए गए बयानों पर भी आरोप लगा रहे हैं।'
राजीव शुक्ला ने कहा कि मनमोहन सिंह और वाजपेयी दोनों ने कभी भी स्ट्राइक के बारे में बात नहीं की थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कभी भी सैन्य अभियानों से राजनीतिक लाभ लेने का प्रयास नहीं किया।
बीजेपी ने गुरुवार ने कहा कि कांग्रेस का प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के 10 साल के कार्यकाल में सर्जिकल अटैक का दावा कपटपूर्ण और झूठा है। सत्तारूढ़ पार्टी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस आतंकवादियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की अनुमति नहीं देने की 'दोषी' है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा ने कहा, 'यह कपटपूर्ण और झूठा दावा है। हम हमारे सशस्त्र बलों का अत्यधिक सम्मान करते हैं। हमारी सेनाएं पाकिस्तान के भीतर, नियंत्रण रेखा के पार सर्जिकल हमला करने में सक्षम हैं, पर जब यूपीए सरकार थी तो उसने ऐसा करने की अनुमति प्रदान नहीं की।'
उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में 26/11 मुंबई आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा, 'तत्कालीन एयर चीफ मार्शल ने उस समय के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से पाकिस्तान के भीतर या नियंत्रण रेखा के पार हवाई हमले करने की अनुमति मांगी थी और उन्हें मना कर दिया गया था।'