-
Twitter / @ANI

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की ओर से आयोजित 'हुनर हाट' में अचानक पहुंचे, वहां लिट्टी-चोखा खाया एवं कुल्हड़ की चाय पी जिसका भुगतान उन्होंने खुद किया।

सूत्रों के मुताबिक मोदी दिन में करीब डेढ़ बजे इंडिया गेट के निकट राजपथ पर लगे 'हुनर हाट' में पहुंचे और वहां लगभग 50 मिनट तक रहे। मोदी ने विभिन्न स्टॉल पर जाकर उत्पादों को देखा और उनके बारे में जानकारी ली। प्रधानमंत्री पहली बार किसी हुनर हाट में पहुंचे हैं।

एक सूत्र ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया, ''प्रधानमंत्री का यह दौरा तय नहीं था। वह बुधवार की दोपहर अचानक ही हुनर हाट पहुंचे। इससे वहां सभी लोग हैरान रह गए। उनके पहुंचने की जानकारी पाते ही अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी तत्काल वहां पहुंचे और उनकी अगवानी की।''

सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री ने 'हुनर हाट' में मौजूद एक स्टॉल पर रुककर लिट्टी-चोखा खाया जिसके लिए उन्होंने 120 रुपये का भुगतान किया। इसके साथ ही उन्होंने दो कुल्हड़ चाय भी ली जिसमें से एक उन्होंने स्वयं ली और दूसरी चाय नकवी को दी। मोदी ने चाय के लिए भी 40 रुपये का भुगतान किया।

प्रधानमंत्री के वहां पहुंचने के साथ भारी भीड़ जमा हो गई। लोगों ने 'मोदी-मोदी' के नारे लगाए और कई ने तो उनके साथ सेल्फी भी खिंचवाई। गौरतलब है कि "कौशल को काम" थीम पर आधारित यह 'हुनर हाट" 13 फरवरी से 23 फरवरी 2020 तक आयोजित किया गया है जहां देश भर के "हुनर के उस्ताद" दस्तकार, शिल्पकार, खानसामे भाग ले रहे हैं। इनमे 50 प्रतिशत से अधिक महिला दस्तकार शामिल हैं।

-
Twitter / @ANI

नकवी का कहना है कि पिछले लगभग तीन वर्षों में "हुनर हाट" के माध्यम से लगभग तीन लाख दस्तकारों, शिल्पकारों, खानसामों को रोजगार और रोजगार के मौके उपलब्ध कराये गए हैं। इनमे बड़ी संख्या में देश भर की महिला दस्तकार भी शामिल हैं।

इससे पहले दिल्ली, मुंबई, प्रयागराज, लखनऊ, जयपुर, अहमदाबाद, हैदराबाद, पुडुचेरी, इंदौर आदि स्थानों पर "हुनर हाट" आयोजित किए जा चुके हैं। अगले "हुनर हाट" का आयोजन रांची में 29 फरवरी से 8 मार्च, 2020 तक और फिर चंडीगढ़ में 13 मार्च से 22 मार्च, 2020 तक किया जाएगा।

आने वाले दिनों में "हुनर हाट" का आयोजन गुरुग्राम, बेंगलुरु, चेन्नई, कोलकाता, देहरादून, पटना, भोपाल, नागपुर, रायपुर, अमृतसर, जम्मू, शिमला, गोवा, कोच्चि, गुवाहाटी, भुवनेश्वर, अजमेर आदि में किया जायेगा।

साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.