जम्मू-कश्मीर के सभी 10 जिलों में आज दोपहर 12 बजे से पोस्टपेड मोबाइल सेवाएं पूरी तरह बहाल हो जाएंगी. बता दें कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के केंद्र के 5 अगस्त के फैसले के बाद से राज्य में सभी नेटवर्क और लैंडलाइन फोन कनेक्शन बंद कर दिए गए थे.
केंद्र सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 के प्रावधान के तहत मिले विशेष दर्जे को खत्म किए जाने के बाद से कश्मीर में रविवार को लगातार 70वें दिन भी जनजीवन बाधित रहा. मुख्य बाजार अब भी बंद हैं और सड़कों से सार्वजनिक यातायात नदारद हैं. हालांकि यहां साप्ताहिक बाजार खुले हैं.
अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय बाजार 'रविवार बाजार' खुला और कई विक्रेताओं ने टीआरसी चौक-लाल चौक सड़क पर स्टॉल लगाए. उन्होंने बताया कि सर्दियों के मद्देनजर बाजार में कपड़े और अन्य सामान खरीदने के लिए घाटी के विभिन्न हिस्सों से ग्राहक आ रहे हैं.
उन्होंने बताया कि घाटी में अन्य बाजार तथा व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद हैं. यहां तक कि सुबह साढ़े 10 बजे तक कुछ ही दुकानें खुलती हैं. ऑटो रिक्शा और कुछ अंतर जिला कैब यहां सड़कों पर दौड़ती दिखाई दे जाएंगी लेकिन सार्वजनिक यातायात के अन्य माध्यम बंद हैं. शनिवार के मुकाबले निजी कारों की आवाजाही भी कम है.
अधिकारियों ने बताया कि चार अगस्त की रात से ही हंदवाड़ा और कुपवाड़ा को छोड़कर पूरे कश्मीर में मोबाइल सेवाएं निलंबित है. घाटी में इंटरनेट सेवाएं भी बंद हैं. राज्य सरकार के प्रवक्ता रोहित कंसल ने शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में बताया था कि कश्मीर में सोमवार दोपहर से पोस्टपेड मोबाइल फोन सेवाएं बहाल की जाएंगी.
उन्होंने यह भी बताया कि जम्मू कश्मीर में करीब 99 फीसदी इलाके लोगों की आवाजाही पर पाबंदियों से मुक्त हैं. केन्द्र सरकार द्वारा पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान समाप्त करने और उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर तथा लद्दाख में विभाजित करने के बाद से ही घाटी में पाबंदियां जारी हैं.
इससे पहले 10 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर के राजयपाल पर्यटकों के लिए जारी ट्रैवल अडवाइजरी वापस लेने का ऐलान कर चुके हैं. गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर सरकार ने अनुच्छेद 370 हटाने के पहले पर्यटकों को कश्मीर छोड़ने की अडवाइडरी जारी की थी. अडवाइजरी वापस लेने के साथ ही राज्य सरकार ने सैलानियों को सभी जरूरी सहायता देने का ऐलान किया है.
पिछले महीने सरकार ने टेलीफोन के सभी एक्सचेंज चालू कर दिए थे और लैंडलाइन सेवाओं को बहाल कर दिया था. सितंबर महीने में कुपवाड़ा जिले में मोबाइल सेवा को भी बहाल कर दिया गया था. इसके अलावा आवश्यक सेवाओं और अन्य कार्यालयों से संबंधित अधिकारियों के मोबाइल नंबर भी बहाल किए गए. वहीं सभी स्वास्थ्य संस्थान भी पूरी तरह से काम कर रहे हैं.
जम्मू-कश्मीर में पिछले पांच अगस्त से टेलीफोन सेवा बंद थी. अनुच्छेद 370 हटाने के बाद एहतियातन सरकार ने फोन और इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी थी.
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.