देशभर में शराब की दुकानें लगभग 40 दिन बाद सोमवार को फिर से खुली और इन पर लोगों की भारी भीड़ दिखाई दी। कुछ स्थानों पर सामाजिक दूरी बनाए रखने के नियम का उल्लंघन भी किया गया। गृह मंत्रालय ने सोमवार से लॉकडाउन की अवधि दो और सप्ताह के लिए बढ़ा दी थी और ग्रीन तथा ओरेंज जोन में शराब और तंबाकू की दुकानें खोलने की अनुमति दी थी।
राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को खुली शराब की दुकानों में से कई को भीड़ के अनियंत्रित होने और सामाजिक दूरी बनाए रखने के नियम का पालन न करने की वजह से बंद करना पड़ा। कई जगह भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को हल्के बल का इस्तेमाल भी करना पड़ा।
एक अधिकारी के अनुसार, लॉकडाउन के नियमों में ढील देने के बाद शराब की करीब 150 दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है। ये दुकानें सुबह नौ बजे से शाम साढ़े छह बजे तक खुल सकती हैं। कई लोगों को इस बात की जानकारी नहीं थी कि केवल सरकारी दुकानों को शराब बिक्री की अनुमति दी गई है। बुराड़ी, मयूर विहार, गांधी विहार, रोहिणी और जनकपुरी में बड़ी संख्या में लोग दुकानों के बाहर इकट्ठे हो गए।
अधिकारी ने बताया कि पूर्वी दिल्ली में मयूर विहार के पास एक दुकान को बंद कराना पड़ा क्योंकि लोग वहां सामाजिक दूरी के नियम का पालन नहीं कर रहे थे। उत्तर और मध्य दिल्ली से भी ऐसी खबरें मिली हैं।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ''उन दुकानों को बंद करने को कहा गया, जहां सामाजिक दूरी बनाए रखने के नियम का पालन नहीं हो रहा था। वहीं कुछ स्थानों पर भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्के बल का इस्तेमाल करना पड़ा।''
उत्तर प्रदेश में शराब की 26,000 दुकानें फिर से खुली तो उन पर लोगों की भारी भीड़ नजर आई जबकि राजस्थान में कुछ दुकानों पर सामाजिक दूरी बनाये रखने संबंधी नियम का पालन नहीं किया गया। सरकारी अधिसूचना के अनुसार शराब बेचने वाली दुकानों पर सामाजिक दूरी बनाये रखने संबंधी नियम का पालन करना होगा और एक समय में दुकान पर पांच से अधिक लोग मौजूद नहीं रह सकते है।
नोएडा और ग्रेटर नोएडा में सुबह 10 बजे से ही दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ नजर आने लगी थी। गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने कुछ पाबंदियों के साथ सुबह दस बजे से शाम सात बजे तक शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति दी थी। शराब की दुकानों के निकट पुलिसकर्मियों की भी तैनाती की गई थी ताकि भीड़ एकत्र न हो।
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण पर रोक लगाने के लिये जारी लॉकडाउन के नियमों में छूट के बाद सोमवार से शर्तों के साथ शराब की दुकानें खुली और खुलने से पहले ही दुकानों पर लंबी लंबी कतारें देखने को मिली। आबकारी विभाग को अनुमान है कि सोमवार को पहले दिन प्रदेश की 26 हजार दुकानों से करीब 100 करोड़ रुपये का राजस्व सरकार को मिलने का अनुमान है।
प्रदेश के प्रमुख सचिव (आबकारी) संजय भुसरेड्डी ने अपने अधिकारियों के साथ स्वंय सुबह करीब दस बजे से ही शहर के महानगर, अलीगंज, इंदिरानगर आदि इलाकों की शराब की दुकानों का निरीक्षण किया और सभी दुकानों पर सेनेटाइजर और सामाजिक मेल जोल से दूरी की व्यवस्था को सुनिश्चित किया।
भुसरेड्डी ने 'भाषा' को बताया, ''सोमवार से प्रदेश के सभी जनपदों की करीब 26 हजार शराब की दुकाने खोलने के आदेश दे दिये गये हैं। अधिकतर जनपदों में दुकाने खुली और लॉकडाउन के नियमों का पालन, सामाजिक मेल जोल से दूरी और सफाई की व्यवस्था पर ध्यान देते हुये शराब की बिक्री जारी है।''
केंद्र सरकार के दिशानिर्देश के बाद कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए जारी लॉकडाउन के तीसरे चरण के दौरान छत्तीसगढ़ में शराब की दुकानों समेत कई दुकानें खोल दी गई हैं। हालांकि सभी जगहों पर शॉपिंग मॉल और संक्रमित क्षेत्रों में दुकानें बंद हैं। संक्रमित क्षेत्रों में पूरी तरह से लॉकडाउन का पालन किया जा रहा है।
राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने सोमवार को यहां बताया कि केंद्र सरकार के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए राज्य में शराब की दुकानें तथा अन्य दुकानें खोल दी गई हैं। राज्य के कई हिस्सों में शराब की दुकान के सामने लंबी कतारें देखी गई हैं।
उत्तराखंड में शराब की दुकानों के बाहर ग्राहकों की लंबी कतारें देखने को मिली। महाराष्ट्र के मुंबई और पुणे में भी शराब की दुकानों के बाहर लोगों की भारी भीड़ देखी गई। कर्नाटक के बेंगलुरु और अन्य हिस्सों में भी शराब की दुकानें खुली और बड़ी संख्या में लोग शराब खरीदने पहुंचे।
कोरोना वायरस से निपटने के लिए लगाये गये लॉकडाउन के तीसरे चरण के पहले दिन सोमवार को लगभग एक महीने बाद गोवा में शराब की दुकानें खुलीं। एक अधिकारी ने बताया कि लोगों ने सामाजिक दूरी बनाये रखने संबंधी निर्देश का पालन किया और इन दुकानों के बाहर लोग कतारों में खड़े हुए दिखाई दिये।
इस बीच, गोवा में शराब की दुकानों के मालिकों ने घोषणा की थी कि उन लोगों को शराब नहीं बेची जायेगी, जिन्होंने मास्क नहीं पहनने होंगे। गोवा शराब व्यापारी संघ के अध्यक्ष दत्ता प्रसाद नाइक ने कहा, ''गोवा में सोमवार को शराब की दुकानें खुलीं लेकिन लोगों की ज्यादा भीड़ नहीं थी। हमने 'मास्क नहीं, शराब नहीं' की नीति अपनाई थी, ताकि सामाजिक दूरी बनाये रखने संबंधी नियम का पालन किया जा सके।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई/भाषा द्वारा लिखा गया है.