कोरोना वायरस फैलने के खतरे को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 'जनता' कर्फ्यू के आह्वान का समर्थन करते हुए कई परिवहन संघ ने रविवार को राष्ट्रीय राजधानी में ऑटो रिक्शा और टैक्सी नहीं चलाने का निर्णय लिया है।
दिल्ली ऑटो रिक्शा संघ, दिल्ली प्रदेश टैक्सी संघ, दिल्ली ऑटो टैक्सी परिवहन कांग्रेस संघ और दिल्ली टैक्सी पर्यटक परिवहन संघ ने रविवार को सुबह सात बजे से रात दस बजे तक कर्फ्यू में भाग लेने का फैसला लिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि इससे कोरोना वायरस से उपजी महामारी के खिलाफ लड़ाई में सहायता मिलेगी। मोदी ने ट्वीट किया, "इस कदम से कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई को नई ताकत मिलेगी।"
दिल्ली ऑटो रिक्शा संघ के महासचिव राजेंद्र सोनी ने कहा कि भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध सभी संघ कर्फ्यू में हिस्सा लेंगे। सोनी ने कहा, "हमने दिल्ली ऑटो रिक्शा संघ और दिल्ली प्रदेश टैक्सी संघ समेत अपने सभी सदस्यों से रविवार को अपने वाहन बाहर न निकालने की अपील की है।"
उन्होंने कहा कि विषाणु के संक्रमण को फैलने से रोकना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है और लोगों को इस बाबत सरकार के प्रयास में योगदान देना चाहिए।
दिल्ली टैक्सी पर्यटक परिवहन संघ के अध्यक्ष संजय सम्राट ने कहा कि उनका संघ कर्फ्यू का स्वागत करता है क्योंकि इससे विषाणु को फैलने से रोकने में सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि कर्फ्यू को 31 मार्च तक बढ़ा देना चाहिए।
दूसरी तरफ दिल्ली सरकार ने शनिवार को कहा कि फिलहाल बंद जैसी स्थिति नहीं है लेकिन कोरोना वायरस के मद्देनजर जरूरत पड़ने पर इसे करना होगा।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी तरह के पहले डिजिटल संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कोविड-19 के कारण पाबंदियों से गरीबों को भयानक वित्तीय परेशानी हो रही है।
उन्होंने घोषणा की कि इन लोगों को अगले महीने से उचित मूल्य की दुकानों से 50 प्रतिशत अतिरिक्त राशन मिलेगा और इस महीने के लिए बुजुर्गों, विधवाओं, दिव्यांगों की पेंशन दोगुनी की गई है। केजरीवाल ने कहा कि सरकार ने सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक सभाओं में लोगों की संख्या घटा दी है और अब पांच से अधिक लोगों को एकत्र होने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि फिलहाल बंद जैसी स्थिति नहीं है लेकिन कोरोना वायरस के मद्देनजर जरूरत पड़ने पर इसे करना होगा। उन्होंने कहा कि रविवार को ' जनता कर्फ्यू ' के दौरान दिल्ली की सड़कों पर 50 प्रतिशत बसें नहीं चलेंगी।
उन्होंने कहा, ''सात अप्रैल तक 8.5 लाभार्थियों को 4000-5000 पेंशन दी जायेगी।'' मुख्यमंत्री ने कहा, ''दिल्ली में 72 लाख लोगों को उचित मूल्य की दुकानों से राशन मिलेगा। राशन को 50 प्रतिशत तक बढ़ाया गया है। इसे मुफ्त उपलब्ध कराया जायेगा।''
उन्होंने कहा, ''हम कोरोना वायरस के मद्देनजर दिहाड़ी मजदूरों, श्रमिकों के बारे में बहुत चिंतित हैं। हम नहीं चाहते कि कोई खाली पेट सोए।'' केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के रैन बसेरों में बेघरों को भोजन उपलब्ध कराया जायेगा।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.