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महातिर मोहम्मदReuters

मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। मलेशिया के प्रधानमंत्री कार्यालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक देश के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने सोमवार को अपना त्यागपत्र देश के राजा को सौंप दिया। महातिर मोहम्मद 10 मई 2018 को पीएम बने थे। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक महातिर की पार्टी बेरास्तु ने साझा सरकार के गठबंधन को छोड़ दिया है. लिहाजा उन्हें इस्तीफा देना पड़ा।

विश्व के सबसे उम्रदराज नेता, 94 वर्ष के महातिर ने उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों द्वारा सरकार गिराने और प्रधानमंत्री बनने जा रहे अनवर इब्राहिम को पद भार संभालने से रोकने की कोशिशों के बाद यह फैसला लिया।

इस चौंकाने वाले कदम से पहले 24 घंटे तक राजनीतिक नाटक चला जिसमें अनवर के खुद के 'पैक्ट ऑफ होप' गठबंधन के प्रतिद्वंद्वी और विपक्षी नेता नई सरकार बनाने का प्रयास करते नजर आए। इस गठबंधन को 2018 में चुनाव में ऐतिहासिक जीत मिली थी।

खबर थी कि गठबंधन महातिर के संभावित उत्तराधिकारी अनवर को बाहर करने की योजना बना रहा था और उनकी पार्टी के ज्यादातर सांसद किसी भी वक्त उनके प्रधानमंत्री बनने की राह में रोड़े अटकाते। अनवर और महातिर के बीच संबंध अच्छे नहीं थे लेकिन 2018 के चुनावों से पहले उनमें मित्रता हो गई थी।

महातिर ने उनके पूर्व दुश्मन को सत्ता सौंपने की बात कई बार दोहराई थी। हालांकि सोमवार सुबह ये प्रयास विफल होते दिखे जब उनके कार्यालय ने घोषणा की कि महातिर ने 'मलेशिया के प्रधानमंत्री के तौर पर दोपहर एक बजे राजा को अपना इस्तीफा भेज दिया है।'

बता दें कि महातिर की मलेशिया की राजनीति में मजबूत पकड़ रही है। साल 1981 से लेकर साल 2003 तक वो प्रधानमंत्री रहे थे। इसके बाद एक बार फिर से साल 2018 में उन्होंने सत्ता संभाली थी। साल 2018 में उन्होंने नज़ीब रज़ाक को हराया था। रज़ाक पर उस वक्त भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे।

हाल के दिनों में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और महातिर के बीच दोस्ती बढ़ गई थी। उन्होंने कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान के समर्थन में बयान दिया था जिसके बाद भारत और मलेशिया के बीच दोस्ती में दरार आ गई थी। इसके बाद भारत ने मलेशिया से पाम ऑयल के ऑयल के कटौती कर दी थी।

आगे क्या होगा इस बारे में फिलहाल कुछ भी स्पष्ट नहीं है। अनवर राजा से मुलाकात करने वाले हैं। भले ही राजा की भूमिका मुख्यत: रस्मी हो लेकिन वह देश के प्रधानमंत्री की नियुक्ति की पुष्टि करते हैं।

विश्लेषकों का कहना है कि अनवर राजा को इस बात पर सहमत करने की उम्मीद कर रहे होंगे कि उनके पास सरकार बनाने के लिए पर्याप्त सांसदों का समर्थन है। हालांकि महातिर की पार्टी बरसातू ने भी घोषणा की कि वे 'पैक्ट ऑफ होप' गठबंधन से अलग हो रहे हैं। इससे लग रहा है कि वे खुद सरकार बनाने का प्रयास कर रहे हैं।

साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.