चीन में घातक कोरोनावायरस से 97 और लोगों की मौत के बाद शनिवार को इससे मरने वालों की संख्या 2,442 हो गई तथा इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के विशेषज्ञों ने इससे सबसे अधिक प्रभावित हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान का दौरा किया.
चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने बताया कि 31 प्रांत स्तरीय क्षेत्रों में शनिवार को इससे मरने वालों की संख्या बढ़कर 2,442 हो गई और संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़कर 76,936 तक पहुंच गई है.
इसने बताया कि मौत के 97 नए मामलों में से 96 लोग हुबेई प्रांत के थे और एक व्यक्ति की मौत गुआंगदोंग में हुई. वहीं, विषाणु संक्रमण के 648 नए मामले सामने आए. सरकारी समाचार एजेंसी 'शिन्हुआ' की खबर के अनुसार सर्वाधिक प्रभावित हुबेई प्रांत में 630 नए मामले सामने आए हैं.
एनएचसी ने हालांकि कहा कि मामलों की संख्या में गिरावट आ रही है. 'शिन्हुआ' की खबर के अनुसार शनिवार को 2,230 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, जो कि उसी दिन सामने आए नए मामलों की संख्या से काफी अधिक है.
एनएचसी ने बताया कि अभी तक कुल 22,888 संक्रमित लोगों को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है. इस बीच, डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञों की एक टीम ने इस वायरस के बारे में विस्तृत जांच के लिए हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान का दौरा किया.
ऐसा माना जाता है कि वायरस गत वर्ष दिसंबर में कथित तौर पर एक 'सीफूड' बाजार से फैला. राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि डब्ल्यूएचओ विशेषज्ञों ने अपने चीनी समकक्षों के साथ एक संयुक्त जांच दल बनाया है और वुहान में स्थानीय स्वास्थ्य प्राधिकारियों के साथ बातचीत की है. इस दल ने स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों का दौरा किया.
'साउथ चाइना मार्निंग पोस्ट' ने बताया कि दल में अमेरिका, जर्मनी, जापान, नाइजीरिया, रूस, सिंगापुर और दक्षिण कोरिया के विशेषज्ञ शामिल हैं.
गत सोमवार को चीन पहुंचे 12 सदस्यीय दल का शुरुआत में बस बीजिंग, गुआंगदोंग और शिचुआन प्रांत जाना तय था जबकि बुरी तरह प्रभावित हुबेई प्रांत और उसकी राजधानी वुहान उनकी सूची में शामिल नहीं था. हालांकि चीन सरकार ने अंतत: टीम को वुहान जाने की इजाजत दे दी.
वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के अलावा डब्ल्यूएचओ टीम और उनके चीनी समकक्षों के पास सबसे बड़ा काम बीमारी के इलाज के लिए मानक दवा तैयार करने का है.
एनएचसी ने बताया कि दल ने चीन के श्वसन रोग विशेषज्ञ जोंग नानशान से गुआंगडोंग में मुलाकात की तथा गुआंगडोंग में रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र तथा शेनझेन और सिचुआन का भी दौरा किया. इसने बताया कि विशेषज्ञों ने अपने चीनी समकक्षों के साथ जंगली जानवरों के व्यापार और सामुदायिक रोकथाम के उपायों पर भी चर्चा की.
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई/भाषा द्वारा लिखा गया है.