चीन में कोरोनावायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित वुहान शहर से वापस लाए गए लोगों के तीसरे और अंतिम समूह को भी यहां आईटीबीपी के पृथक केंद्र से छुट्टी दे गई है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को बताया कि भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के केंद्र से सभी 406 लोगों को छुट्टी दे दी गई है। डॉक्टरों ने उनके कोरोना वायरस से मुक्त होने की घोषणा की थी।
आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक कुमार पांडे ने बताया कि केंद्र से लोगों को छुट्टी देने का सिलसिला 17 फरवरी को शुरू हुआ था जो बुधवार सुबह खत्म हुआ जब केंद्र में बाकी रह गए लोगों को भी घर भेज दिया गया। बुधवार को जिन्हें छुट्टी दी गई है उनमें एक ही परिवार के छह सदस्य शामिल हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि हमारे केंद्र के डॉक्टरों ने यहां से जा रहे लोगों को निजी स्वच्छता और कुछ दिन तक स्वैच्छिक रूप से अलग-थलग रहने जैसे कुछ उपाय करने के बारे में जानकारी दी है। उन्हें वुहान से वापस लाने के बाद से आईटीबीपी के पृथक केंद्र में रखा गया था।
वुहान से एक और दो फरवरी को कुल 650 लोगों को एअर इंडिया के दो 747 बोइंग विमानों के जरिए लाया गया था। चीन से लाए लोगों में से 406 लोगों को आईटीबीपी के छावला केंद्र में रखा गया था जबकि अन्य को हरियाणा के मानेसर में सेना के केंद्र में रखा गया है।
भारत कोरोना वाइरस से प्रभावित चीन के शहर वुहान से और भारतीयों को निकालने के साथ-साथ चीन को चिकित्सा सामग्री पहुंचाने के लिए 20 फरवरी को एक सी-17 सैन्य विमान वहां भेजेगा। सैन्य सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि वायु सेना का सबसे बड़ा विमान सी-17 ग्लोबमास्टर चिकित्सा सामग्रियों की बड़ी खेप चीन ले जाएगा और वुहान से और भारतीयों को वापस लाएगा।
विदेश मंत्रालय के अनुसार सरकार ने एयर इंडिया के विमान भेजकर चीन से अब तक 640 भारतीयों को निकाला है। पिछले सप्ताह भारत ने घोषणा की थी कि वह चीन को दवाएं और अन्य चिकित्सा सामग्री भेजेगा।
इस बीच चीन के राजदूत सुन वीडोंग ने कोरोना वाइरस से फैली महामारी से निपटने में चीन की मदद करने की पेशकश और एकजुटता जाहिर करने के लिए भारत की तारीफ की है। उन्होंने यह भी कहा कि हुबेई प्रांत में बचे भारतीयों में आज की स्थिति में संक्रमण का कोई मामला नहीं है और अधिकारी उनकी अच्छी तरह देखभाल कर रहे हैं।
चीन में घातक कोरोनावायरस से 136 और लोगों की मौत हो जाने से संक्रमण से मरने वालों की संख्या बुधवार को 2,000 के पार हो गई और इसके कुल 74,185 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने बताया कि इससे मरने वालों की संख्या 2,004 हो गई है। वहीं इसके 1,749 नए मामले सामने आए हैं।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.