दक्षिणपंथी समूह हिंदू रक्षा दल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में जेएनयू परिसर में हुए हमले की कथित तौर पर जिम्मेदारी ली है। यह वीडियो, सोमवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया था और फिर यह वायरल हो गया।
इस वीडियो में एक व्यक्ति खुद को पिंकी चौधरी बताते हुए कह रहा है कि जो लोग "राष्ट्रविरोधी गतिविधियों" का सहारा लेंगे, उनके साथ जेएनयू छात्रों और अध्यापकों जैसा ही सलूक किया जाएगा।
इस व्यक्ति ने बाद में समाचार चैनलों से कहा कि राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में संलिप्त अन्य लोगों को इसी तरह के हमलों का सामना करना पड़ेगा। बहरहाल, चौधरी के दावों पर पुलिस की कोई त्वरित प्रतिक्रिया नहीं आई।
वीडियो में चौधरी को कहते सुना जा सकता है, "कई बरसों से जेएनयू वामपंथियों का गढ़ रहा है और हम यह बर्दाश्त नहीं करेंगे। जेएनयू में जो कुछ हुआ उसकी जिम्मेदारी हिंदू रक्षा दल, भूपेंद्र तोमर, पिंकी चौधरी लेते हैं...... वे सभी हमारे स्वयंसेवक थे। जो लोग भारत माता के लिए ऐसा काम नहीं कर सकते उन्हें इस देश में रहने का कोई अधिकार नहीं है।"
कल जेएनयू कांड की पूरी जिम्मेदारी ले ली है इसने। दिल्ली पुलिस के लिए केस आसान हो गया pic.twitter.com/528nk3YTR8
— Narendra nath mishra (@iamnarendranath) 6 January 2020
इसमें आगे कहा गया है, "हम हमेशा भारत माता के लिए अपना बलिदान देने को तैयार हैं। हम धर्म के खिलाफ बोलने वाले किसी को भी बर्दाश्त नहीं करेंगे।" चौधरी से संपर्क साधने की कोशिशें नाकाम रहीं, क्योंकि उनका फोन बंद था।
गौरतलब है कि रविवार को नकाबपोश लोगों की एक भीड़ ने दक्षिण दिल्ली स्थित जेएनयू परिसर में घुस कर तीन छात्रावासों में विद्यार्थियों को निशाना बनाया था। डंडों, सरिया और पत्थरों से हमला किया था। छात्रावास में खिड़कियां, फर्नीचर तथा निजी सामान तोड़ दिये थे। उन्होंने एक महिला छात्रावास में भी हमला किया था। साथ ही, शिक्षकों पर भी हमला किया गया था।
इस हमले में जेएनयू छात्र संघ (जेएनयूएसयू) की अध्यक्ष आइशी घोष सहित 34 लोग घायल हो गये थे। जेएनयूएसयू ने इस हमले के लिए आरएसएस से संबद्ध एबीवीपी स्वयंसेवकों को जिम्मेदार ठहराया है।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.