एप आधारित कैब सेवाएं देने वाली कंपनी उबर के सह-संस्थापक ट्राविस कलानिक करीब एक दशक बाद कंपनी से पूरी तरह से अलग होने जा रहे हैं। कलानिक इस साल के अंत तक कंपनी का निदेशक मंडल छोड़ देंगे। उबर ने एक बयान में इसकी जानकारी दी है।
कंपनी ने कहा कि कलानिक ने अपने नये कारोबार तथा सामाजिक कार्यों पर ध्यान देने के लिये यह फैसला लिया है। कलानिक ने गैरेट कैम्प के साथ मिलकर जुलाई, 2010 में सैन फ्रांसिस्को में उबरकैब की शुरुआत की थी। बाद में अक्टूबर 2010 में कंपनी का नाम छोटा कर सिर्फ उबर कर दिया गया था।
कलानिक दिसंबर 2008 में पेरिस यात्रा पर गये हुए थे। वहां टैक्सी खोजने में दिक्कतें होने के बाद उन्हें उबर कंपनी शुरू करने का विचार आया था। कंपनी ने तेज तरक्की की और कुछ ही समय में 65 देशों के 700 से अधिक शहरों में परिचालन करने लगी।
उबर में यौन उत्पीड़न समेत अन्य विवादों के जोर पकड़ने के बाद कलानिक को जून, 2017 में कंपनी के मुख्य कार्यकारी का पद छोड़ना पड़ा था। कलानिक ने इसी साल नवंबर में उबर में अपनी हिस्सेदारी का बड़ा हिस्सा बेचा है।
उबर द्वारा जारी बयान में कलानिक के हवाले से कहा गया, ''पिछले 10 साल से अधिक समय उबर मेरे जीवन का हिस्सा रही है। इस दशक के अंत तथा कंपनी के अब सार्वजनिक हो जाने के साथ मेरे लिये यह सही समय है कि नये कारोबारों तथा सामाजिक कार्यों पर ध्यान दूं। कंपनी ने जो कुछ हासिल किया है, मुझे उसपर गर्व है। मैं भविष्य में भी कंपनी की उपलब्धियों का जश्न मनाता रहूंगा।''
कलानिक ने मार्च 2018 में '10100' नाम से नयी निवेश कंपनी बनायी है। इस कंपनी का लक्ष्य रियल एस्टेट, ई-कॉमर्स तथा भारत और चीन में नवोन्मेष समेत विभिन्न क्षेत्रों में निवेश करने का है। इसके अलावा उन्होंने किराये पर सामुदायिक रसोई मुहैया कराने वाली कंपनी क्लाउडकिचन की भी शुरुआत की है।
उबर के मौजूदा मुख्य कार्यकारी दारा खोस्रोशाही ने कहा कि चुनिंदा उद्यमी कुछ इस तरह का शानदार सृजन कर पाते हैं, जैसा कलानिक ने उबर बनाकर किया है। उबर के निदेशक मंडल के चेयरपर्सन रॉन सुगर ने कहा कि कलानिक ने अपने अनोखे अनुभव से एक छोटे स्टार्टअप को विशाल वैश्विक कंपनी बना दिया।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी एएफपी द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.