माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने दुनिया भर में सभी तरह के राजनीतिक विज्ञापनों पर रोक लगा दी है, ट्विटर के सीईओ जैक पैट्रिक डॉर्सी ने खुद ट्वीट करके इसकी जानकारी दी. साथ ही उन्होंने राजनीतिक विज्ञापनों पर रोक लगाने के कुछ कारण भी बताए हैं.
ट्विटर का कहना है कि कुछ लोग ट्विटर का इस्तेमाल गलत जानकारी फैलाने के लिए करते हैं जिसकी वजह से बैन लगाना जरूरी हो गया है.
ट्विटर के सीईओ जैक डॉर्सी ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया है, ''हमने ट्विटर पर सभी तरह के राजनीतिक विज्ञापनों पर बैन लगा दिया है. हमारा मानना है कि राजनीतिक संदेश अर्जित किए जाने चाहिए, खरीदे नहीं.''
We’ve made the decision to stop all political advertising on Twitter globally. We believe political message reach should be earned, not bought. Why? A few reasons…?
— jack ??? (@jack) 30 October 2019
जैक डॉर्सी के इस ट्वीट के बाद दुनिया भर के राजनीतिक गलियारों में खलबली मच गई.
ट्विटर के सीईओ जैक डॉर्सी ने लिखा है, ''हमने काफी कोशिशें की कि लोग हमारे सिस्टम का इस्तेमाल करके गलत संदेश ना फैलाएं, लेकिन अगर कुछ लोग हमें पैसे दे कर लोगों को अपने राजनीतिक विज्ञापन दिखाना चाह रहे हैं तो वो जो चाहे कर सकते हैं.''
सीईओ जैक डॉर्सी ने लिखा है, "हम अच्छी तरह से जानते हैं कि हम एक बहुत बड़े राजनीतिक विज्ञापन इकोसिस्टम का एक छोटा सा हिस्सा हैं. कुछ लोग हमारे काम पर बहस कर सकते हैं, लेकिन हमने देखा है कि कई सामाजिक आंदोलन बिना किसी राजनीतिक विज्ञापन के बड़े पैमाने पर लोगों तक पहुंचते हैं."
डॉर्सी ने कहा कि इस तरह की चुनौतियां न सिर्फ पॉलिटिकल विज्ञापन, बल्कि हर तरह के इंटरनेट कम्यूनिकेशन को प्रभावित कर रही हैं.
साथ ही डॉर्सी ने यह भी कहा कि कंपनी इस फैसले को लेकर फाइनल पॉलिसी 15 नवंबर तक जारी कर देगी. इस फैसले को 22 नवंबर से लागू कर दिया जाएगा. इसे लागू करने से पहले विज्ञापनदाताओं को नोटिस पीरियड भी दिया जाएगा.
उन्होंने आखिरी में कहा, "एक आखिरी बात, यह फैसला अभिव्यक्ति की आजादी के बारे में नहीं है. यह लोगों तक पहुंचने के लिए पैसे खर्च करने और भुगतान करने के बारे में है."
वर्ष 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में विदेशी हस्तक्षेप की खबरों के बाद से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पॉलिटिकल विज्ञापन ग्लोबल स्तर पर एक चिंता विषय बनते जा रहे हैं. डॉर्सी ने कहा कि इस तरह की चुनौतियां न सिर्फ पॉलिटिकल विज्ञापन बल्कि हर तरह के इंटरनेट कम्यूनिकेशन को प्रभावित कर रही हैं.
साथ ही यह भी कहा कि कंपनी इस फैसले को लेकर फाइनल पॉलिसी 15 नवंबर तक जारी कर देगी। इस फैसले को 22 नवंबर से लागू कर दिया जाएगा और इसे लागू करने से पहले विज्ञापनदाताओं को नोटिस पीरियड भी दिया जाएगा.
अमेरिका में होने वाले चुनावों से पहले ट्विटर के इस बैन के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के कैम्पेन मैनेजर ने कहा कि ये ट्रम्प और कन्जरवेटिव्स को रोकने का प्रयास है.