भारतीय क्रिकेट टीम के फील्डिंग कोच आर. श्रीधर का मानना है कि हरफनमौला रवींद्र जडेजा संभवत: इस दशक के सर्वश्रेष्ठ भारतीय फील्डर हैं. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने श्रीधर का करार बढ़ा दिया है. श्रीधर की देखरेख में बीते कुछ सालों मे भारतीय टीम के फील्डिंग स्तर में सकारात्मक प्रभाव देखने को मिला है.
श्रीधर ने कहा कि भारतीय खिलाड़ियों में स्तरीय सुधार उनके 'माइंडसेट' और 'फिटनेस' के कारण आया है और यही कारण है कि आज भारतीय टीम तीनों फॉर्मेट में अग्रणी टीमों में स्थान बना चुकी है.
'टाइम्स ऑफ इंडिया' ने श्रीधर के हवाले से लिखा है, "मैदान में रवींद्र जडेजा की मौजूदगी से टीम का मनोबल ऊंचा रहता है. वह अपनी फील्डिंग के दम पर विपक्षी टीमों पर दबाव बनाए रखते हैं. मैदान पर उनकी मौजूदगी का जादुई असर रहता है. मैं बहुत पीछे नहीं जाना चाहता लेकिन मैं मानता हूं कि बीते एक दशक में जडेजा भारत के श्रेष्ठ फील्डर रहे हैं."
गौरतलब है कि जडेजा इस समय टेस्ट और वनडे क्रिकेट में गेंदबाजी और फील्डिंग के साथ बल्लेबाजी में भी अहम योगदान दे रहे हैं. वर्ल्डकप 2019 के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ उनकी जुझारू अर्धशतकीय पारी की याद अभी भी फैंस के दिमाग में ताजा होगी. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हाल की टेस्ट सीरीज में भी सर जडेजा ने बल्ले के साथ अच्छा प्रदर्शन किया था.
क्रिकेट के छोटे प्रारूप में जडेजा अपनी फील्डिंग से भी मैच का रुख बदलने में सक्षम हैं. वे फील्ड पर बेहद तेज हैं और असंभव माने जाने वाले कैच को भी संभव बनाने की काबलियत रखते हैं. विकेट पर उनका थ्रो बेहद तेज और सटीक होता है. फील्डर के तौर पर भी वे टीम के लिए कई बहुमूल्य रन बचाते हैं.
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी आईएएनएस द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.