नौ प्रमुख शहरों में आवास बिक्री जुलाई-सितंबर अवधि में 25 प्रतिशत गिरकर 65,799 इकाई रही। जबकि नयी परियोजनाओं की पेशकश में 45 प्रतिशत गिरावट दर्ज की गयी। इसकी प्रमुख वजह ग्राहकी धारणाा और मांग का कमजोर रहना है। रीयल एस्टेट ब्रोकिंग कंपनी प्रॉप टाइगर की एक रपट में यह जानकारी सामने आयी है।
इस महीने की शुरुआत में एनारॉक और जेएलएल इंडिया ने भी सात प्रमुख शहरों में जुलाई-सितंबर अवधि में आवास बिक्री में क्रमश: 18 प्रतिशत और एक प्रतिशत गिरावट की रपट दी थी।
न्यूज कॉर्प के समर्थन वाली प्रॉप टाइगर ने अपनी 'रीयल इंसाइट' रपट में कहा कि नौ प्रमुख शहरों में समीक्षावधि में 65,799 आवासीय इकाइयों की बिक्री हुई है। पिछले साल इसी अवधि में यह संख्या 88,078 इकाई थी।
इसी तरह इस दौरान 33,883 नयी आवासीय इकाइयों को घोषणा की गयी जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह संख्या 61,679 इकाई थी।
इस सर्वेक्षण में मुंबई महानगर क्षेत्र (नवी मुंबई और ठाणे समेत), पुणे, नोएडा (ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे समेत), गुरुग्राम (भिवानी, दारूहेड़ा और सोहना समेत), बेंगलुरू, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता और अहमदाबाद हैं।
एलारा टेक्नोलॉजीस समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ध्रुव अग्रवाल ने कहा कि सरकार के गैर-बैंकिग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) की समस्या का समाधान करने की दिशा में काम शुरू करने के बावजूद सितंबर में समाप्त तिमाही में नयी आवासीय इकाइयों की पेशकश में गिरावट जारी रही।
एनबीएफसी भारत में रीयल एस्टेट को वित्त पोषण करने वाला प्रमुख स्रोत है। इसके अलावा त्यौहार को देखते हुए ग्राहकों के अपनी खरीद को टालने से भी तिमाही के दौरान आवास बिक्री में गिरावट रही है।
सिंगापुर की एलारा एक रीयल एस्टेट प्रौद्योगिकी कंपनी है। यह प्रॉप टाइगर डॉट कॉम, हाउसिंग डॉट कॉम और मकान डॉट कॉम की मालिक है।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।