जम्मू कश्मीर के अनंतनाग के बिजबेहरा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच बुधवार, 16 अक्टूबर को हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया. मुठभेड़ के दौरान एक जवान भी जख्मी हो गया. इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मारे गए तीनों आतंकी हिज्बुल मुजाहिद्दीन के सदस्य थे इस मुठभेड़ में इनका कमांडर नासिर चंद्रु भी मारा गया है.
Jammu & Kashmir Police: All three Hizbul Mujahideen terrorists led by commander Nasir Chadru are reported dead in the encounter in Anantnag. https://t.co/ohbVLliXla
— ANI (@ANI) 16 October 2019
मिली जानकारी के मुताबिक, सुरक्षाबलों को बिजबेहरा में आतंकियों के छिपे होने का इनपुट मिला था जिसके बाद बुधवार बाद सुबह से ही सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया. इस तलाशी अभियान के दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर गोलियां चला दी. हालांकि मामले को देखते हुए सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभाल लिया.
इसके बाद सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को खाली करा लिया और आतंकियों को घेर लिया. इलाके में सुबह से ही गोलियों की आवाज सुनाई दे रही थी. करीब 6 घंटे तक चली मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया.
बता दें कि सोमवार को ही शोपियां जिले में एक संदिग्ध पाकिस्तानी नागरिक समेत दो आतंकवादियों ने सेब ला रहे राजस्थान के एक ट्रक ड्राइवर की गोली मारकर हत्या कर दी थी. उधर, सोमवार को ही एक संयुक्त ऑपरेशन में गांदरबल इलाके में सुरक्षाबलों ने आतंकवादी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन के दो आतंकियों को गिरफ्तार किया था. उनके पास से भारी मात्रा में गोला-बारूद और हथियार मिले हैं.
इससे पहले हाल ही में जम्मू-कश्मीर के गांदरबल से दो आतंकवादी गिरफ्तार किए गए जिनकी सुरक्षाबलों को काफी लंबे समय से तलाश थी. गांदरबल में छिपे होने के इनपुट के बाद पिछले करीब दो हफ्तों से आतंकियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चलाया जा रहा था. करीब दो हफ्तों की मशक्कत के बाद सुरक्षाबलों ने सोमवार को नारंग में दो आतंकियों को पकड़ा.
बता दें कि अनुच्छेद 370 में बदलाव होने के बाद घाटी में आतंकियों से होने वाली ये तीसरी मुठभेड़ है. अनुच्छेद 370 हटने के बाद अनंतनाग में ये पहला एनकाउंटर है. इससे पहले 29 सितंबर को दो अलग अलग जगहों पर हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 6 आतंकियों को ढेर कर दिया था.
जम्मू-कश्मीर घाटी में सुरक्षाबल हाई अलर्ट मोड पर हैं. चप्पे-चप्पे पर नाकेबंदी की गई है. कई एयरबेस को हाई अलर्ट मोड पर रखा गया है. दरअसल जम्मू कश्मीर से जब से अनुच्छेद 370 को हटाया गया है, तब से ही घाटी में पाकिस्तान प्रयोजित आतंकवादी बड़ी साजिश करने की फिराक में हैं. सुरक्षाबल उनके खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रहे हैं और उनके हर मंसूबे को नाकाम कर रहे हैं.
आतंकवाद प्रभावित जम्मू-कश्मीर में आतंकी हिंसा और आतंकवादियों के मारे जाने की घटनाओं में वर्ष 2018 में वर्ष 2017 की अपेक्षा क्रमश: 80 और 21 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है. केंद्रीय गृह मंत्रालय की 2018-19 की वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक इसी अवधि के दौरान सीमा पार से घुसपैठ में करीब 5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. रिपोर्ट में महत्वपूर्ण बात यह है कि इस साल पहले तीन महीने में आतंकी घुसपैठ की 23 कोशिशें हुईं जिसमें से केवल 7 सफल रहीं.