केरल के कोझिकोड में जमीन-जायदाद के लिए छह लोगों की हत्या के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मरने वालों के परिवार की ही मुख्य आरोपी जॉली के बारे में पुलिस ने एक नया खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक, सभी छह लोगों की मौत की जगह के आसपास आरोपी जॉली की मौजूदगी की पुष्टि हुई है।
14 साल में एक ही परिवार के छह लोगों की हत्या के मामले में कोझिकोड ग्रामीण के एसपी ने कहा, 'हमें पता चला है कि जॉली हर उस व्यक्ति के पास मौजूद थी, जिसकी हत्या की गई। उसने जमीन-जायदाद को अपने नाम कराने के लिए फर्जी दस्तावेजों का भी सहारा लिया।'
बता दें कि जॉली और अन्य आरोपियों ने मिलकर पिछले 14 साल के अंदर छह लोगों को सायनाइड देकर उनकी जान ले ली।
पुलिस ने यह भी बताया है कि मुख्य आरोपी जॉली ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। फिलहाल तीनों आरोपियों के खिलाफ जॉली के पति रॉय थॉमस की हत्या के आरोप में ही केस दर्ज किया गया है। बाकी हत्याओं के मामले में पुलिस सबूत इकट्ठा कर रही है।
Kozhikode Rural SP: We have managed to find the presence of Jolly (wife of one of the victims) at every location where deaths happened. Also, she forged documents to get properties in her favour". (05.10.2019) #Kerala https://t.co/wwqJgZ3id6 pic.twitter.com/zSBChNEfPj
— ANI (@ANI) 7 October 2019
कोझिकोड जिले के ग्रामीण इलाके के प्रभारी केजी साइमन ने बताया कि रॉय की मौत के बाद उनके शव का मेडिकल टेस्ट कराया गया था। इस दौरान उनके शरीर में सायनाइड पाया गया था। उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और जल्दी ही आरोपियों पर पांच अन्य हत्याओं के लिए भी मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। बता दें कि रॉय थॉमस की मौत साल 2011 में हुई थी।
इसके अलावा रॉय की मां अनम्मा की साल 2002 में, उनके पिता टॉम थॉमस की साल 2008 में, चाचा मैथ्यू मंचडी की साल 2014 में और उनके चचेरे भाई शाजू की पत्नी सिली की साल 2016 में और उनकी भतीजी अल्फाइन की साल 2014 में मौत हुई थी।
14 साल की अवधि के भीतर हुई इन 6 मौतों को लोग अब तक प्राकृतिक मानते रहे थे। ऐसे में पुलिस के खुलासे ने सभी को हैरान कर दिया है। रॉय के परिजन भी इसे सामान्य मौत ही मानते रहे लेकिन उन्हें इन मौतों पर संदेह तब हुआ जब रॉय की मौत के बाद जॉली उनकी जमीन-जायदाद पर कब्जा करने की कोशिश में थी।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।